Fact Check : क्या आयकर विभाग से करदाताओं को मिलेगा 41,104 रुपये का रिफंड, जानिए वायरल मेल के पीछे का सच
सोशल मीडिया पर एक ईमेल वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि करदाताओं को आयकर विभाग से मिलेगा 41104 रुपये का रिफंड। जानिए क्या है इसका सच।;
Fact Check : आज के डिजिटल युग में फिशिंग घोटाले काफी बढ़ रहे हैं। ऐसे में ईमेल और संचार के अन्य रूपों का इस्तेमाल करने वाले लोग अक्सर आसानी से इनके जाल में फंस जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई खो देते हैं। अब ऐसा ही एक फिशिंग स्कैम सामने आया है, जिसमें लोगों को 41,104 रुपये के इनकम टैक्स रिफंड के बकाया होने का ईमेल मिल रहा है। उस मेल में प्राप्तकर्ताओं को PROCEED लिंक पर क्लिक करके राशि का दावा करने के लिए कहा जा रहा है। चलिए जानते हैं वायरल दावे में कितनी सच्चाई है।
क्या है पूरा मामला
वायरल हो रहे इस ईमेल में लिखा है कि ध्यान दें आपको सूचित किया जाता है कि आयकर विभाग ने आधिकारिक तौर पर अकाउंट-ऑडिट पूरा कर लिया है। आप 41,104,22 रुपये के अतिदेय धनवापसी के हकदार हैं, लेकिन आपका एक विवरण गलत है कृपया क्रॉसचेक करने के लिए नीचे देखें और तदनुसार आवेदन करें। सुनिश्चित करें कि आपने अपना सही विवरण दर्ज किया है।
पड़ताल
बता दें कि जब प्रेस इंफॉर्मेशन के बारे में फैक्ट चेक किया तो यह मेल फर्जी निकला। इस ई-मेल घोटाले को खारिज करते हुए PIB ने एक ट्वीट में कहा कि एक ई-मेल यह दावा कर रहा है कि करदाता 41,104 रुपये के रिफंड के हकदार हैं। सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। वो उसके नाम पर अपना व्यक्तिगत विवरण मांग रहा है। दावा फर्जी है। इस तरह के संदिग्ध ईमेल की रिपोर्ट webmanager@incometax.gov.in पर करें।
क्या होता है फिशिंग घोटाले
फिशिंग एक प्रकार का ऑनलाइन घोटाला होता है जो लोगों को ई-मेल भेजकर लक्षित करता है और जो एक प्रसिद्ध स्रोत से प्रतीत होता है। एक इंटरनेट सेवा प्रदाता, एक बैंक या एक बंधक कंपनी। क्लाउड कम्युनिकेशंस फर्म तानला प्लेटफॉर्म्स के एक शीर्ष अधिकारी ने इस महीने की शुरुआत में बार्सिलोना में मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में कहा कि भारत में लगभग 30 करोड़ लोग फिशिंग हमलों की चपेट में हैं, जिनमें से 5 लाख संभावित रूप से घोटालेबाजों के शिकार हो सकते हैं।