Sunday Special Recipe: बड़ा ही दिलचस्प है लिट्टी चोखा का इतिहास, रानी लक्ष्मी बाई ने अपने सैनिकों के लिए खाने के तौर पर चुना था, जानें इसे बनाने का तरीका
कहा जाता है कि मगध साम्राज्य के वक्त लिट्टी चोखा प्रचलन में आया। इसके बाद ही लिट्टी चोखा मगध साम्राज्य के बाकी हिस्सों में पहुंच गया। यह साम्राज्य काफी बड़ा था। उस समय इसका राजधान पाटलीपुत्र (पटना) हुआ करती थी। कहा जाता है कि 302 ईसा पूर्व में जब ग्रीक यात्री पाटली पुत्र आया यहां की भव्यता देखकर हैरान रह गया। उस वक्त में ही लिट्टी चोखा पहली बार अस्तित्व में आया।;
Litti Chokha History: बिहार की मशहूर डिश लिट्टी चोखा का इतिहास बड़ा ही दिलचस्प है। इसका इतिहास मगध काल से जुड़ा है। कहा जाता है कि मगध साम्राज्य के वक्त लिट्टी चोखा प्रचलन में आया। इसके बाद ही लिट्टी चोखा मगध साम्राज्य के बाकी हिस्सों में पहुंच गया। यह साम्राज्य काफी बड़ा था। उस समय इसका राजधान पाटलीपुत्र (पटना) हुआ करती थी। कहा जाता है कि 302 ईसा पूर्व में जब ग्रीक यात्री पाटली पुत्र आया यहां की भव्यता देखकर हैरान रह गया। उस वक्त में ही लिट्टी चोखा पहली बार अस्तित्व में आया।
समय के साथ साथ इसमें भी काफी बदलाव हुए
इस डिश का जिक्र मुगल काल में भी मिलता है। लेकिन इस काल में इसके स्वाद में थोड़े बदलाव कर दिए गए थे। मुगल काल में मांस ज्यादा खाया जाता था। वहीं उस समय लिट्टी को साथ शोरबा और और पाया खाने का प्रचलन शुरू हुआ। इसके बाद ब्रिटिश शासन के वक्त इसमें काफी बदलाव हुए। अंग्रेजों ने लिट्टी-चोखा साथ मटन का प्रयोग शुरू किया. आज भी बड़े-बड़े कार्यक्रमों में लिट्टी-मटन बड़े चाव से खाया जाता है। जैसे जैसे समय बदलता गया वैसे वैसे ही इसको लेकर नए नए प्रयोग होते गए।
इसे फूड फॉर सरवाइवल भी कहा गया
आपको जानकर शाएद हैरानी हो कि लिट्टी चोखा को युद्ध का खाना भी कहा जाता है। प्राचीन काल में सैनिक युद्ध पर जाते वक्त लिट्टी को खाने के तौर पर साथ लेकर जाते थे। इसकी खास बात यह है कि यह जल्दी खराब नहीं होती है। इसके साथ ही इसे बनाना भी काफी आसान होता है। वहीं 1857 के विद्रोह में सैनिकों के लिट्टी चोखा खाने का जिक्र मिलता है। तात्या टोपे और रानी लक्ष्मी बाई ने इसे अपने सैनिकों के खाने के तौर पर चुना था। इसके साथ ही इसे फूड फॉर सरवाइवल भी कहा गया। सैनिकों को इससे लड़ने की ताकत मिलती थी।
ऐसे बनाई जाती है लिट्टी
इसे बनाने के लिए आई की लिट्टी में सत्तू भरें। इसके बाद इसे आग में सेंके। इसके सेंकने के लिए उपले की आग बेस्ट मानी जाती है।
जानें चोखा बनाने का तरीका
सामग्री
आलू (उबले हुए) - 3
प्याज (बारीक कटा हुआ) - 1
हरी मिर्च (बारीक कटी हुई) - 2-3
नमक - स्वादानुसार
सरसों का तेल - डेढ़ चम्मच
विधि
- इसे बनाने के लिए आप सबसे पहले एक कटोरी में तीनों उबले आलूओं को छीलकर फोडें।
- इसके बाद अब इसमें प्याज, हरी मिर्च, नमक और तेल डाल दें।
-फिर आलू को पूरी तरह से मैश करते हुए सभी चीजों को अच्छी तरह से मिला लें।
- आपका आलू चोखा तैयार है। इसे गरमागरम सर्व करें।