छोटे हथियारों से बड़ी वारदात को अंजाम देने के मंसूबे बना रहे थे आतंकी, एनआईए के हत्थे चढ़ा अरमान मंसूरी
बिहार एटीएस व एनआईए ने आज छपरा जिले में एक बड़ी संयुक्त कार्रवाई की। जांच एजेंसी ने यहां से अरमान मंसूरी को गिरफ्तार कर लिया। अरमान मंसूरी पर जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ सांठगांठ होने का आरोप है।;
बिहार (Bihar) के छपरा (Chapra) जिले में आज बिहार एटीएस (Bihar ATS) और एनआईए (NIA) ने मिलकर आतंकी गतिविधियों के खिलाफ एक बड़ी संयुक्त कार्रवाई की। जानकारी के अनुसार गुरुवार को एटीएस और एनआईए ने छपरा जिला के मढ़ौरा थाना इलाके स्थित देव बहुआरा गांव के रहने वाले 23 वर्षीय अरमान अली उर्फ अरमान मंसूरी को अरेस्ट कर लिया। अरमान मंसूरी के खिलाफ जम्मू - कश्मीर (Jammu and Kashmir) में आतंकियों (Terrorists) के साथ कनेक्शन होने का आरोप है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अरमान मंसूरी को कड़ी सुरक्षा के बीच आज छपरा कोर्ट में पेश भी किया गया। अरमान मंसूरी के खिलाफ मो जावेद के साथ मिलकर जम्मू - कश्मीर के आतंकियों को छोटे हथियार यानी कि पिस्टल सप्लाई करने के आरोप (Allegations of supplying arms) है। मो जावेद को बिहार एटीए द्वारा 15 जनवरी 2021 को अरेस्ट किया था।
यह बात भी सामने आई है कि इसी केस में एनआईए द्वारा जम्मू के रहने वाले गुड्डू अली को जम्मू से दबोचा गया है। जांच एजेंसी ने आतंकियों को हथियार सप्लाई करने के मामले को लेकर पूछताछ करने के लिए गुड्डू को एनआईए कार्यालय में तलब किया था। इस दौरान गुड्डू जांच एजेंसी के प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका। जिसके बाद एनआईए ने गुड्डू को अरेस्ट कर लिया।
पहली खेप में लगा यह आरोप
जावेद पर आरोप है कि वो अपने भाई मुश्ताक के साथ मिलकर आतंकियों को छोटे हथियार मुहैया कराता था। तफ्तीश में ये भी ज्ञात हुआ कि मुश्ताक का संबंध जम्मू- कश्मीर में आतंकियों से है। याद रहे कि बिहार एटीएस ने मो जावेद को 15 फरवरी की रात में छपरा जिले मढ़ौरा थाना इलाके स्थित देव बहुआरा गांव से ही गिरफ्तार किया था।
जम्मू-कश्मीर डीजीपी ने किया यह पर्दाफाश
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने यह पर्दाफाश किया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी कोई बड़ी वारदात को अंजाम देने के मंसूबे बना रहे थे। इसी कड़ी में बिहार के छपरा जिले से छोटी पिस्टल मंगाई गई थी। जावेद पर आरोप है कि वो अपने भाई मुश्ताक संग मिलकर आतंकियों को पिस्टल सप्लाई किया करता था। यह भी खुलासा हुआ कि मुश्ताक का संबंध जम्मू-कश्मीर के आतंकियों से है।
हथियार तस्करी में लिप्त था जावेद
यह पर्दाफाश होने के बाद बिहार एटीएस और स्पेशल टीम ने मिलकर 15 फरवरी की रात में जावेद के घर छपरा जिले में पहुंची। जहां उसको गिरफ्त में ले लिया गया। जावेद के अरेस्ट होने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था। यह भी पता चला है कि जावेद और मुश्ताक के बीच दोस्ती यूपी के अलीगढ़ में हुई थी। जावेद कुछ दिनों के लिए अलीगढ़ में रहने के लिए आया था। जावेद के परिवार में 5 भाई व एक बहन है। इस पूरे केस में जो बात सामने आई है। उससे लगता है कि जावेद हथियार तस्करी के धंधे में लिप्त था। साथ ही वह आतंकियों को हथियार सप्लाई करवाता था।