बिहार चुनाव : जदयू बोली, विकास से भागते-भागते राजद को अब चुनाव से भी लगने लगा है डर
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सीट बंटवारे पर कोई गतिरोध नहीं है। हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत के साथ फिर से सत्ता में वापसी करेंगे। साथ ही उनहोंने कहा कि राजद की विकास से भागते-भागते ऐसी स्थिति हो गई है कि उसे अब चुनाव से भी डर लगने लगा है।;
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने शनिवार को एक के एक कई ट्वीट कर बिहार में विपक्षी पार्टी राजद पर निशाना साधा है। साथ ही आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जानकारी दी। वहीं उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की तैयारियों को देखते हुए हम यह कह सकते हैं कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव समय पर ही होंगे। राजीव रंजन ने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सीट बंटवारे पर कोई गतिरोध नहीं है। वहीं उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को जीत कर एनडीए प्रचंड बहुमत के साथ फिर से सत्ता में वापसी करेगी। वहीं रंजन ने दावा किया कि 2015 के विधानसभा चुनाव से भी बड़ी संख्या में हम जीत दर्ज करेंगे व हमारे आंकड़े 2010 से भी बेहतर हो सकते हैं। इसके बाद रंजन ने कहा कि नेतृत्व में राज्य सरकार ने दलितों, महादलितों, अल्पसंख्यकों व महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हरसंभव प्रयास किया है।
शर्मनाक हार की ओर अग्रसर है राजद: जदयू
राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि राजद शुरुआत से ही विकास से दूर भागती आई है। अब भागते भागते राजद की ऐसी हालत हो गई है कि उन्हें चुनाव से ही डर लगने लगा है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें आभास हो गया है कि अब जनता विकास के मॉडल को समझ गई है व अगर चुनाव हुए तो उनकी शर्मनाक हार तय है। चुनाव और उनके डर के बीच वे कोरोना को हथियार बना रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में राजद एक करारी शिकस्त की ओर अग्रसर है। नेता प्रतिपक्ष का पद भी बचा पाना राजद के लिए टेढ़ी खीर साबित होगा।
बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं से वांचित है महिलायें: कांग्रेस
बिहार कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकांउट से ट्वीट कर शनिवार को बिहार की एनडीए सरकार पर हमला बोला गया। कांग्रेस ने कहा कि बिहार में पिछले 15 सालों से भाजपा-जदयू की सरकार है। राज्य में आज भी महिलाएं बेहतर स्वास्थ्य से सेवाओं से वंचित है। नीतीश कुमार ने अपने शासनकाल में महिलाओं का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया?एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने कहा कि बिहार में उज्जवला योजना कागजों में ही सिमटकर रह गई है। राज्य सरकार महिलाओं को घरेलू ईधन दिलाने में नाकाम रही है। महिलाएं आज भी धुंए के कारण बीमार हो रही हैं।