Bihar: बिहार में भाजपा बना सबसे बड़ा दल, उसके बाद एनडीए में मंत्रियां बनाने को लेकर पेच फंसा नजर आ रहा!

Bihar Elections Results 2020: बिहार में हाल में ही सम्पन्न हुये विधानसभा के चुनावों में राष्ट्रीय जनतंत्रिक गठबंधन 'एनडीए' को बहुमत मिला है। शपथ ग्रहण समारोह दीपावली बाद होगा। लेकिन उससे पहले सरकार गठन की कवायद शुरू हो गई है। वहीं एनडीए में मंत्रियों के फॉर्मूले पर पेच फंसा नजर आ रहा है। क्योंकि इस बार भाजपा एनडीए में सबसे ज्यादा सीटें जीत कर आई है।;

Update: 2020-11-12 05:16 GMT

Bihar Elections Results 2020: बिहार में विधानसभा के चुनावों के परिणाम घोषित हो चुके हैं। जिसमें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन 'एनडीए' को बिहार में पूर्ण बहुमत हासिल हुआ है। वहीं एनडीए में अबकी बार 74 विधानसभा की सीटें जीतकर भारतीय जनता पार्टी 'भाजपा' बिहार में सबसे बड़ा दल बनकर सामने आया है। बिहार में जनता दल यूनाइटेड 'जदयू' विधानसभा की 43 सीटें जीतकर एनडीए में दूसरे नबंर पर आया है। वहीं एनडीए के अन्य सहयोगी हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा 'हम' और वीआईपी पार्टी विधानसभा की 4 - 4 सीटें जीत कर बराबरी पर रही हैं।

बिहार में सरकार बनाने के लिये 122 विधानसभा की सीटें जीतने की जरूरत थी। वहीं एनडीए बिहार में विधानसभा की 125 सीटें जीतकर सरकार बनाने के लिये बहुमत का जादुई आंकड़ा हासिल कर चुका है। जिसके बाद अब बिहार में एनडीए सरकार के गठन की कवायद शुरू हो चुकी है। जानकारी के अनुसार एनडीए के वरिष्ठ नेता इस सरकार गठन के मसले पर बातचीत शुरू कर चुके हैं। इसके अलावा खबर है कि बिहार में दीपावली के बाद ही मुख्यमंत्री पद शपथ ग्रहण करेंगे। पर मंत्रियों के मामले पर शुरुआती बातचीत शुरू हो चुकी है। जानकारी के आधार पर, 7 विधायकों पर 2 को मंत्री बनने का मौका दिया जा सकता है। वैसे तो जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के वरिष्ठ नेता बैठकर इस मसले पर बातचीते करेंगे तो इस मौजूदा सूत्र में भी परिवर्तन देखने को मिल सकता है।

आपको बता दें, बिहार में नियम अनुसार सीएम समेत ज्यादा से ज्यादा 36 मंत्री हो सकते हैं। वहीं इस बार बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के 125 एमएलए जीत कर आए हैं। इनमें सबसे ज्यादा भारतीय जनता पार्टी के 74 एमएलए व जदयू के 43 विधायक जीतकर आये हैं। जबकि हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा 'हम' व वीआईपी के 4 - 4 एमएलए हैं। यदि मौजूदा फॉर्मूला के हिसाब से देंगे तो वीआईपी व 'हम' एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल हुए तो दोनों पार्टियों से 1 - 1 मंत्री को जगह मिल सकती है। वहीं भारतीय जनता पार्टी से 21 मंत्री और जनता दल यूनाइटेड से 13 मंत्री बन सकते हैं। दूसरी ओर सियासी गलियारों से जानकारियां है कि फिलहाल एनडीए सरकार में भाजपा व जदयू के कोटे से बराबर विधायकों को ही मंत्री बनने का मौका दिया जा सकता है। कयास ये लगाये जा रहे हैं कि भविष्य में जब भी मंत्रिमंडल विस्तार होगा। तब ही संख्या बल के हिसाब से एनडीए के सहयोगी दलों के सदस्यों को सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं कई सियासी जानकारों का कहाना है कि भारतीय जनता पार्टी पर विधायकों की ओर से ज्यादा से ज्यादा मंत्री पद प्राप्त करने का दबाव बनाया जा सकता है।

बिहार की इस एनडीए सरकार में कुल 31 मंत्री थे। जिसमें सीएम नीतीश कुमार को जोड़कर जनता दल यूनाइटेड से कुल 17 मंत्री थे। जबकि भारतीय जनता पार्टी के कोटे से 13 मंत्री थे। इसके साथ-साथ जदयू कोटे से विजय चौधरी विधानसभा अध्यक्ष भी रहे। वहीं अब देखने वाली बात होगी कि पहले जदयू बड़े भाई की भूमिका था। लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी बिहार में बड़े भाई के रूप में निकलकर सामने आया है। इस वजह से इस बार मंत्रिपद को लेकर भी पेच फंस सकता है। जानकारी के अनुसार बिहार में पिछली बार जदयू के 71 व भाजपा के 53 एमएलए थे। इसके ही आधार पर पूर्व में कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या तय हुई थी।

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