बिहार में भाजपा और जेडीयू के बीच तकरार, वशिष्ठ नारायण ने कहा AP में ठीक नहीं किया
बिहार में जेडीयू और बीजेपी के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। यह बात हम नहीं, बल्कि खुद जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह का वह बयान कह रहा है जिसमें वह अपने पुराने सहयोगी यानी भाजपा को सब कुछ ठीक नहीं किये जाने की नसीहत दे रहे हैं।;
बिहार में जेडीयू और बीजेपी के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। यह बात हम नहीं, बल्कि खुद जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह का वह बयान कह रहा है जिसमें वह अपने पुराने सहयोगी यानी भाजपा को सब कुछ ठीक नहीं किये जाने की नसीहत दे रहे हैं। दरअसल, अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के 6 विधायकों का भाजपा (BJP) में चला जाना पार्टी को बिल्कुल रास नहीं आ रहा है और यही कारण है कि इसकी तल्खी अब दोनों दलों के नेताओं के बयान में भी दिख रही है।
मंगलवार को खुद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने जो कुछ कहा उससे स्पष्ट है कि बिहार में भी अरुणाचल प्रदेश के मामले का असर पूरी तरह से पड़ेगा और सब कुछ फिलहाल ठीक नहीं दिख रहा है। अरुणाचल प्रदेश मामले पर जेडीयू को कितना अंदर तक ज़ख़्म लगा है वो बयानों के ज़रिए सामने आने लगा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि ये ज़ख़्म बहुत गहरा है, ऐसा भविष्य में न हो इसे भाजपा को देखना होगा। उन्होंने कहा कि हम तो समर्थन दे रहे थे, लेकिन बावजूद इसके जो घटना घटी वो ठीक नहीं है।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के नीतीश कुमार के समर्थन में बोलने पर वशिष्ठ ने कहा कि सुशील कुमार मोदी जो देखते हैं वही बोलते हैं, लेकिन जो कुछ हो रहा है वो ठीक नहीं है। वशिष्ठ नारायण सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान आरसीपी सिंह को सौंपे जाने पर कहा कि आने वाले समय में JDU में एक पद एक व्यक्ति का सिद्धांत लागू हो सकता है, इसमें हर्ज क्या है। यह बात पदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने खुद कही है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा और जेडीयू में कुछ खटपट जरूर है।