Panchayat Election: प्रचार से लौट रहे मुखिया की सड़क हादसे में मौत, परिवार ने संभावित प्रत्याशी पर लगाया हत्या कराने का आरोप
बिहार के बांका जिले में निवर्तमान मुखिया की हत्या कर दिए जाने का मामला सामने आया है। पंचायत चुनाव में मुखिया के संभावित प्रत्याशी समेत चार लोगों पर बोलेरो वाहन से कुचलकर उनकी हत्या कर दिए जाने का आरोप लगा है।;
बिहार (Bihar) में पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) की तारीखों की घोषणा के बाद नामांकन और प्रचार-प्रसार का दौर जारी है। वहीं आपसी रंजिश के चलते जनप्रतिनिधियों की हत्या करने का दौर भी शुरू हो गया है। जनप्रतिनिधियों की हत्या (murder of public representatives) कर दिए जाने का ताजा मामला बांका (Banka) जिले से सामने आया है। बताया जा रहा है कि जिले के अमरपुर प्रखंड के भरको पंचायत के निवर्तमान मुखिया एवं एक्टिव आरटीआई कार्यकर्ता प्रवीण झा की सड़क हादसे में मौत (death in road accident) हो गई। वहीं परिजनों ने सड़क दुर्घटना की आड़ में उनकी हत्या (murder under guise of accident) कर दिए जाने का आरोप लगाया है। जानकारी के मुताबिक भरको में प्रचार-प्रसार करने के बाद मुखिया प्रवीण झा बाइक से बाजा स्थित अपने घर लौट रहे थे। आरोप लगा है कि इस बीच भरको निवासी जनवितरण दुकानदार एवं पंचायत चुनाव में मुखिया पद के संभावित प्रत्याशी राजीव चौधरी ने बोलेरो वाहन से लगातार 3 बार टक्कर मारकर उनकी हत्या कर दी।
वारदात को अंजाम देने के बाद बोलेरो ड्राइवर मौके से फरार हो रहा था। इसी दौरान सिमरा पुल पर किसी वजह से वाहन में खराबी आ गई। इसपर आरोपी राजीव चौधरी वाहन को वहीं पर छोड़कर भाग गया। मामले की सूचना मिलते ही मुखिया के विभिन्न समर्थक सड़क पर विरोध प्रदर्शन करने लगे। आक्रोशित लोग मुखिया की साजिशन हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं। प्रवीण झा की मौत के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के पिता भूपेंद्र झा की ओर से अपने बेटे की हत्या करने का आरोप पंचायत के ही जनवितरण दुकानदार राजीव चौधरी के खिलाफ लगा गया है।
पिता ने कहा कि उनका बेटा भरको में जनसंपर्क करने के बाद बाइक से घर लौट रहा था। इस दौरान राजीव चौधरी ने अपने बोलेरो वाहन से उसे तीन बार टक्कर मारकर उसको मौत के घाट उतार दिया। बाद में घटना से गुस्साए लोगों ने सड़क पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी हत्या मामले के आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। पिता ने बताया कि उनका पुत्र प्रवीण झा निवर्तमान मुखिया था। इस कारण उनके बेटे की लाभुकों के पक्ष को लेकर जनवितरण दुकानदार से अनबन रहती थी। इस वजह से दो बार जनवितरण दुकान का लाइसेंस भी खारिज हो गया था। इसी रंजिश के चलते उनके पुत्र की हत्या कर दी गई है।
वहीं मृतक मुखिया प्रवीण झा की भांजी श्वेता ने मामा की हत्या करने का आरोप लगाते हुए राजीव चौधरी समेत चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है। मामले की जांच-पड़ताल को लेकर बांका एसडीपीओ डीसी श्रीवास्तव की अगुवाई में अमरपुर पुलिस (Police) मौके पर डेरा डाले हुए है। घटनास्थल पर तैनात पुलिसकर्मी मामले को लेकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। वैसे पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।