Painful: क्वारंटीन सेंटर से भागी पत्नी, हफ्तेभर से अंतिम संस्कार के लिए तरस रहे पति को दी मुखाग्नि

कोरोना संकट के बीच बिहार में लगातार मानवता शर्मसार हो रही है। अब ऐसी घटना मुंगेर से सामने आई है। यहां एक युवक की मौत के बाद उसकी पत्नी का सभी ने साथ छोड़ दिया। फिर शुरू होती है आगे की दर्दभरी कहानी।;

Update: 2021-05-19 14:01 GMT

बिहार (Bihar) में कोरोना संक्रमण (Corona infection) से लोग इस कदर भयभीत हैं कि वे अपनों से ही नाते तोड़ रहे हैं। मानवता को शर्मसार (Shaming humanity) करते हुए ये लोग इस संकट से लड़ने के लिए अपनों को अकेला छोड़ रहे हैं। अब एक ऐसी घटना बिहार के मुंगेर जिले (Munger district) से सामने आई है। यहां पर जब एक महिला को संकट के समय में अपनों का भी साथ नहीं मिला तो उसको अपने पति का अंतिम संस्कार (Husband funeral) करना पड़ा। महिला के पति की करीब एक सप्ताह पहले मौत हुई थी। उसके बाद से ही पति के शव को अंतिम संस्कार का इंतजार था।

जानकारी के अनुसार मुंगेर जिले के रामनगर पाटन गांव निवासी 28 वर्षीय विकास मंडर कोरोना संक्रमित (Corona infected) हो गए थे। 13 मई को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उनकी पत्नी कंचन देवी (Wife kanchan devi) ने विकास मंडर को बेगूसराय सदर अस्पताल (Begusarai Sadar Hospital) में भर्ती कराया। अस्पताल में इलाज के दौरान विकास मंडर की मौत हो गई। अस्पताल में अकेली पत्नी कंचन देवी ने सूचना देकर ससुरालवालों से उनके अंतिम संस्कार के लिए सहयोग मांगा, लेकिन महिला को मदद देने से ससुराल वालों ने साफ इंकार कर दिया।

यहां से निराश होने के बाद महिला कंचन देवी ने अपने मायके वालो से संपर्क साधा व अंतिम संस्कार के लिए मदद की गुहार लगाई। मायके वालों ने ने भी साफ मना कर दिया। कंचन को अकेली देखकर मां बेटी की मदद के लिए आगे आईं व अस्पताल पहुंच गईं। मां-बेटी ने मुंगेर जाने का निर्णय किया। कंचन ने एक बार फिर पति के परिजनों से से निवेदन किया। लेकिन इस बार भी महिला कंचन के हाथ निराशा लगी।

सहयोग करने की जगह कर डाली शिकायत

पत्नी कंचन और उनकी मां ने पड़ोसियों से भी सहयोग की गुहार लगाई, लेकिन पड़ोसी भी आगे नहीं आए। फिर दोनों ने समस्तीपुर पैतृक गांव जाने का निर्णय किया। जहां परिवार के पुरुष सदस्यों ने दोनों महिलाओं की मदद करने के जगह जिला प्रशासन से इसकी शिकायत कर दी। समस्तीपुर के स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने दोनों महिलाओं की समस्या को हल करने के जगह उन्हें क्वारंटीन सेंटर में भेज दिया।

पति का अंतिम संस्कार करने में ऐसे सफल हुई महिला

समस्तीपुर में महिला कंचन व मां ने क्वारंटीन सेंटर अफसरों से खुद को रिहा करने का निवेदन किया, लेकिन उन्हें रिहा नहीं किया गया। अंत में पति की मौत के 6 दिन के बाद कंचन क्वारंटीन सेंटर से भाग गई और कंचन 18 मई को बेगूसराय पहुंची। बेगूसराय के एसडीओ सदर ने बताया कि पीड़िता ने सदर अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारियों से अपने पति के पार्थिव शरीर को सौंपने का अनुरोध किया। महिला की तुरंत मदद की गई, महिला को अंतिम संस्कार के लिए पति का शव सौंप दिया। यहां के अधिकारियों ने एंबुलेंस की व्यवस्था कराकर शव को सिमरिया घाट स्थित श्मशान घाट भेजा। यहां पर पत्नी कंचन ने नम आखों से अपने पति का अंतिम संस्कार किया।

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