BJP कोटे के मंत्री सम्राट चौधरी बोले- बिहार में गठबंधन की सरकार चलाने में कई चुनौती आती हैं आड़े
बिहार में भाजपा के कोटे से मंत्री सम्राट चौधरी ने नीतीश सरकार के बारे में एक बड़ा बयान देकर हलचल मचा दी है। सम्राट चौधरी ने कहा कि अकेले व गठबंधन की सरकार चलाने में काफी अंतर होता है। जिन राज्यों में भाजपा अकेले सरकार चला रही है, वहां निर्णय लेने में आसानी होती है।;
बिहार (Bihar) के पंचायती राज मंत्री एवं बीजेपी के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी (BJP leader Samrat Choudhary) ने राज्य में चल रही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार (Bihar Government) को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। औरंगाबाद (Aurangabad) में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा कोटे के मंत्री सम्राट चौधरी (BJP quota minister Samrat Chaudhary) ने कहा कि गठबंधन की सरकार चलाना काफी कठिन कार्य होता है। भाजपा (BJP) मंत्री ने बताया कि बिहार में वर्तमान में हमारी गठबंधन की सरकार चल रही है, वह स्वतंत्र नहीं है। यहां हमें सरकार चलाने में कई कठिन चुनौतियों को सहना पड़ रहा है।
वहीं मंत्री सम्राट चौधरी ने उन राज्यों का भी जिक्र किया, जहां भाजपा अकेली सरकार चला रही है। उन्होंने कहा कि यूपी और एमपी में हम अकेले सरकार चला रहे हैं। इन राज्यों में हमें कोई निर्णय लेने में कोई दिक्कत नहीं आती है। यूपी समेत अन्य दूसरे राज्यों में जिन जगहों पर हमारा एकल नेतृत्व है। वहां हमारे नेतृत्व को सरकार चलाना काफी सरल होता है। वहीं बिहार में हमें कार्य करना व सरकार को चलाना बड़ी चुनौती भरा कार्य है। वहीं सम्राट चौधरी ने यह भी कहा कि बिहार में एक साथ एक या दो नहीं, बल्कि चार-चार विचारधारा से जुड़े दल साथ में कार्य कर रहे हैं। जौ बड़ी चुनौती है। इन हालातों के बीच कई भिन्न चीजों का भी सामना करना पड़ता है। सम्राट चौधरी ने यह भी ताना मारा कि नीतीश कुमार की पार्टी की कम सीट होने के बाद भी हमारे द्वारा उनको मुख्यमंत्री बनाया गया। हमने नीतीश कुमार को सीएम इसलिए माना। क्योंकि यहां हमारे दल को यहां पूरी तरह से समूह बनाने की आवश्यकता थी।
इस दौरान सम्राट चौधरी ने बिहार विधानसभा में जदयू व भाजपा के विधायकों की संख्या को लेकर भी बात कही। इसके अलावा उन्होंने पूर्व में भाजपा की तरफ से नीतीश कुमार को समर्थन देने के तथ्यों से भी रूबरू कराया। सम्राट चौधरी ने कहा कि यह पहली मौका नहीं है जो भाजपा ने नीतीश कुमार को सीएम के रूप में स्वीकार किया हो। साथ ही उनके नेतृत्व में सरकार का गठन किया हो। वर्तमान में बिहार में हमारे 74 एमएलए हैं। वहीं नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के कुल 43 विधायक हैं। इससे पहले साल 2000 के विस चुनाव में भी जब जदयू ने केवल 37 सीटों पर जीत प्राप्त की थी। वहीं बीजेपी ने 68-69 विधानसभा की सीटों पर जीत हासिल की थी। उस टाइम भी बीजेपी ने नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार किया था।