चिराग बोले - सुशांत के लिये लड़ाई लड़ने की वजह से कंगना रनौत के खिलाफ हो गये हैं कुछ लोग, साथ देना इनका
एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि बिहारी लड़के सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने के लिये कंगना रनौत लड़ाई लड़ रही है। इसलिये मुंबई में कंगना रनौत के खिलाफ कुछ लोग हो गये हैं। वहीं चिराग ने मुंबई में रहे बिहार के लोगो से कंगना का साथ देने की अपील की है।;
बिहार में विधानसभा चुनावों की हलचल है। इसलिये दिवंग अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत, रिया चक्रवर्ती और कंगना रनौत को लेकर जबरदस्त सियासत देखने को मिल रही है। इस बीच चिराग पासवान ने ट्वीट कर कंगना रनौत का पक्ष लिया है। चिराग पासवान ने कहा कि सभी देश भक्त कंगना रनौत के साथ हैं। चिराग पासवान ने कहा कि बिहारी लड़के एवं दिवंग अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने के लिये कंगना रनौत लड़ाई लड़ रही है। इसके अलावा कंगना रनौत ने बॉलीवुड की सच्चाई का खुलासा किया है। इस वजह से कुछ लोग कंगना रनौत के खिलाफ में हो गये हैं। इस पर चिराग पासवान ने कहा कि वे भी इस देश की बेटी के साथ हैं। चिराग पासवान ने मुंबई में रह रहे बिहार वासियों और उत्तर भारतीय समेत सभी से कंगना रनौत के पक्ष में उनके साथ खड़े रहेने की अपील की है। चिराग पासवान ने सभी से कहा कि कंगना रनौत आज मुंबई पहुंची है। आप सभी कंगना रनौत का साथ दें।
चिराग बोले- मुंबई किसी एक की विरासत नहीं
चिराग पासवान ने कंगना रनौत मामले को लेकर महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाया है। चिराग पासवान ने कहा कि महाराष्ट्र भी भारतीय संविधान के अंतर्गत आने वाला एक राज्य है। वहीं चिराग पासवान ने अपनी आशंका जाहिर करते हुये कहा कि आज कंगना के साथ जो हुआ है। वह कल पूरे देश के अन्य राज्यों से मुंबई आये लोगों के साथ भी हो सकता है। वहीं चिराग पासवान ने कहा कि मुम्बई को सबने मिलकर बनाया है। वह किसी अकेले की विरासत नहीं।
एलजेपी नेता ने डॉ. वर्गीज कुरियन जी की पुण्यतिथि पर किया याद
एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने अन्य ट्वीट के माध्यम से डॉ. वर्गीज कुरियन जी की पुण्यतिथि पर कोटिशः नमन किया। चिराग पासवान ने अपने संदेश में कहा कि भारत में 'श्वेत क्रांति' के प्रणेता एवं 'मिल्क मेन ऑफ इंडिया' डॉ. वर्गीज कुरियन जी की पुण्यतिथि पर कोटिशः नमन। चिराग पासवान ने बताया कि आज भारत विश्व में सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बन चुका है। उन्होंने बताया कि भारत को यह उपाधि केवल आपकी बदौलत ही मिली है। जिसके लिए राष्ट्र आजीवन आपका ऋणी रहेगा।