Career : आठवीं तक की कक्षाओं के छात्र इस वर्ष भी बिना परीक्षा दिए हो सकते हैं पास

Career: बिहार में इस वर्ष भी आठ वीं कक्षा तक के बच्चे बिना परीक्षा दिए पास किए जा सकते हैं। वैसे इस अभी तक कोई फैसला नहीं हो सका है। वहीं कोरोना संकट के बीच बच्चों के कॅरियर को लेकर शिक्षा इस मसले पर गहनता से विचार कर रहा है। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बीते दिन इसको लेकर संकेत दिए।;

Update: 2021-02-14 07:18 GMT

Career: बिहार (Bihar) में इस वर्ष भी सरकारी प्रारंभिक स्कूलों (Government elementary schools) में पढ़ने वाले छात्र बिना परीक्षा (Without Exams) दिए ही पास कर दिए जा सकते हैं। सूबे में ऐसे बच्चों की कुल संख्या 1.66 करोड़ है। अभी तक इसको लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। लेकिन ऐसे संकेत मिल रहे हैं। कोरोना महामारी (Corona Epidemic) के कारण लंबे समय तक बंद रहे स्कूलों एवं बच्चों के भविष्य को लेकर शिक्षा विभाग इस मसले पर गहनता से विचार कर रहा है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (State Education Minister Vijay Kumar Chaudhary) ने शुक्रवार को भी बच्चों को बिना परीक्षा प्रोन्नत किये जाने के संकेत दिए। इससे पहले शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार (Sanjay Kumar) ने भी इसको लेकर संकेत दिए थे।

कोरोना महामारी के बीच गत शैक्षिक सत्र 2019-20 में भी बच्चों की वार्षिक परीक्षा (Annual Exam) नहीं ली जा सकी थी। वहीं सूबे में सिर्फ 10 वीं कक्षा को छोड़कर प्रथम कक्षा से लेकर 11 वीं तक के छात्रों को अगली कक्षाओं में प्रोन्नत कर दिया गया था। कोरोना संक्रमण के बढ़ते कहर के मद्देनजर बिहार सरकार ने पिछले साल 13 मार्च को सूबे के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का निर्देश जारी कर दिया था। इसके बाद बीते साल 8 अप्रैल को अपर मुख्य सचिव का आदेश आया व बच्चों को अगली कक्षाओं में प्रोन्नत कर दिया गया। इसके बाद भी कोरोना संकट के बीच बच्चों की अगली कक्षाओं में भी पढ़ाई शुरू नहीं हुई थी। इसके अलावा काफी देरी से पाठ्य पुस्तक निगम की साइट पर अपलोड किया गया था। वैसे शिक्षा विभाग एवं बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने दूरदर्शन पर कक्षाएं चलाकर बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने का प्रयास जरूर किया था।

आपको बता दें 14 मार्च 2020 को बंद हुए 9वीं से ऊपर करीब साढ़े 9 महीने बाद 4 जनवरी 2021 से खोले जा सके हैं। जबकि मध्य विद्यालय (कक्षा 6 से 8) साढ़े दस माह बाद इसी माह 8 फरवरी से खुले हैं। इसके अलावा बिहार पूरे में कक्षा 1 से पांच अब भी बंद हैं। ऐसे में प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को तो प्रोन्नत करना तय है। मध्य विद्यालय के बच्चों की भी परीक्षा लेने से बड़ी समस्या सिलेबस पूरी कराने की आएगी। विभाग कक्षा 6 से आठ तक की वार्षिक परीक्षा लेने के विकल्पों पर विचार कर रहा है। वहीं 9वीं व 11वीं की परीक्षा निश्चित तौर पर ली जाएगी।

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