कोरोना को लेकर बैंककर्मियों के बीच दहशत कायम, प्रदेश में अब तक 600 कर्मचारी हुए संक्रमित
बिहार में दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। वहीं प्रदेश में बैंककर्मियों के बीच भी दहशत का माहौल कायम है। प्रदेश में कोरोना की वजह से चार बैंककर्मियों की मौत हो चुकी है।;
बिहार (Bihar) में दूसरी लहर के दौरान दिन-प्रतिदिन तेजी से नए कोरोना मरीज (Corona patient) बढ़ रहे हैं। वहीं बिहार में कोरोना की दूसरे लहर के दौरान बैंककर्मियों (Bank workers) के बीच हड़कंप का माहौल बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार बिहार में अब तक 600 से ज्यादा बैंक कर्मचारी और अधिकारी कोरोना पॉजिटिव (Corona positive) हो चुके हैं। वहीं कोरोना वायरस (Corona virus) की चपेट में आने की वजह से चार बैंक कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। पटना (Patna) में इसी अप्रैल महीने में पंजाब नेशनल बैंक के बख्तियारपुर इलाके की सबनिमा शाखा के अधिकारी गौतम सिंह और सेंट्रल बैक आंचलिक कार्यालय पटना के सहायक महाप्रबंधक राजीव रंजन का कोरोना वायरस की वजह से निधन हो चुका है।
यह बात भी सामने आई है कि कोरोना पॉजिटिव होने वाले ज्यादातर बैंक कर्मचारी पटना जिले से हैं। अकेले भारतीय रिजर्व बैंक के दो दर्जन अधिकारी संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से कई कर्मचारियों की स्थिति चिंताजनक है। प्रदेश में स्टेट बैंक के 300 से ज्यादा कर्मचारी और अधिकारी कोरोना संक्रमित हैं। इसमें अकेले बैंक के स्थानीय मुख्य कार्यालय में 45 से ज्यादा कर्मचारी और अधिकारी शामिल हैं।
पटना की बात की जाए तो स्टेट बैंक के 100 कर्मचारी व अधिकारी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक आदि बैंकों में भी सैकड़ों कर्मचारी और अधिकारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
वहीं भारतीय जीवन बीमा निगम के पटना डिविजन -1 के 15 से ज्यादा कर्मचारियों समेत अधिकारी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। एलआइसी के एचएफएल और एचएफएल के बैंक कार्यालय के भी कई कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हैं।
प्रदेश में बढ़ से कोरोना प्रभाव को लेकर स्टेट बैंक ऑफसिर्स एसोसिएशन के महासचिव अजीत कुमार मिश्रा ने जानकारी दी कि बिहार सरकार ने कार्यालयों में 50 प्रतिशत स्टाफ से रोटेशन के तहत काम कराये जाने का निर्देश दिया है। दूसरी ओर बैंक कर्मचारियों के लिए अभी तक ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है।