OMG! इस गांव में मंदिर निर्माण कराने वाले की हो जाती है अकाल मृत्यु, नाग के डसने का रहता डर
मंदिर एक पवित्र स्थान होता है। यहां सकारात्मक ऊर्जा के साथ मन को शांति मिलती है।;
मंदिर एक पवित्र स्थान होता है। यहां सकारात्मक ऊर्जा के साथ मन को शांति मिलती है। लेकिन बिहार के एक गांव का मामला कुछ अलग है। यहां देवी—देवताओं की पूजा खुले आसमान के नीचे ही की जाती है। लोगों के मुताबिक, जो भी इस गांव में मंदिर की नींव रखने की कोशिश करता है। उसकी मौत हो जाती है। गांव में एक शिवलिंग है और उसके आस—पास ही नाग रहते है। यहां मंदिर की नींव रखने वाले को नाग डंस लेता है। खौफ के चलते सदियों से खुले आसमान के नीचे ही लोग भगवान की पूजा करते आ रहे है।
सिवान जिले के महाराजगंज का सुरवीर गांव की यह अजीबो गरीब दास्तान है। सुरवीर गांव की आबादी लगभग 3 हजार है। इस गांव में सालों पुराना एक शिवलिंग मौजूद है। सदियों पुराना शिवलिंग होने के बावजूद भी मंदिर नहीं है। ग्रामीणों के मुताबिक, शिवलिंग के पास पूर्वजों ने पहले भी मंदिर बनवाने की काफी की, लेकिन कोशिश बेकार ही रही। जिस व्यक्ति ने भी मंदिर निर्माण करवाने की कोशिश की। उसे वहां मौजूद नाग डस लेते है। पहले भी जहरीले नाग के काटने की वजह से लोगों की अकाल मृत्यु हो चुकी है।
खौफ का आलम यह है कि ग्रामीण अपने ही घरों में देवी-देवताओं की फोटो रखकर पूजा करते हैं। सुरवीर गांव के सर्वानंद (64 साल) ने बताया कि उनके दादा के समय से गांव में मंदिर निर्माण कराने की कोई हिम्मत नहीं जुटा सका है। उनके दादा ने शिवलिंग के पास मंदिर निर्माण शुरू कराया था, लेकिन उनकी चप्पल मिट्टी के अंदर धंस गई। उनके पैरों से खून निकलने लगा। कुछ समय बाद ही उनकी मौत हो गई। यहां घटना उस समय एरिया में चर्चाओं का विषय रही।