बिहार के जमुई में तितली की एक गजब तस्वीर हुई कैमरे में कैद: पर्यावरण विभाग
बिहार के जमुई में माधोपुर बायोडायवर्सिटी पार्क से रेड-वेटेड डार्टर 'तितली' की एक गजब तस्वीर कैमरे में कैद हुई है। बिहार सरकार के पर्यावरण एवं वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने बताया कि रेड-वेटेड डार्टर को तितली भी कहा जाता है।;
बिहार सरकार के पर्यावरण एवं वन और जलवायु परिवर्तन विभाग ने बुधवार को बताया कि बिहार के जमुई जिले में स्थित माधोपुर बायोडायवर्सिटी पार्क से रेड-वेटेड डार्टर की एक गजब तस्वीर कैमरा में कैद हुई है। विभाग ने जानकारी दी कि 'रेड-वेटेड डार्टर' को तितली भी कहा जाता है। बताया गया कि तितलियों की दुनिया में करीब 5680 प्रजातियां पाई जाती हैं। विभाग ने बताया कि जिसमें से करीब 500 प्रजातियों की तितलियां भारत में पाई जाती हैं। पर्यावरण एवं वन और जलवायु परिवर्तन विभाग ने बताया कि अक्सर ये तितलियां हमारे घरों के आसपास दिखाई देती हैं एवं बताया गया कि ये तितलियां मच्छर के परागण और नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
'डॉल्फिन को नजदीक से देखना चाहते हैं बहुत से लोग'
बिहार के पर्यावरण एवं वन और जलवायु परिवर्तन विभाग ने बुधवार को बताया कि भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव डॉल्फिन को भागलपुर के विक्रमशिला अभ्यारण में दिखने बाद देश-विदेश के कई शहरों से बड़ी संख्या में लोग डॉल्फिन को नजदीक से देखना चाहते हैं। बिभाग द्वारा बताया गया कि डॉल्फिन के अलावा विक्रमशिला अभयारण में डॉल्फिन के साथ मीठे जल के 135 से ज्यादा प्रजतियों के जीव पाए जाते हैं। इससे पहले विभाग ने बताया था कि मनुष्य जाति के लिए प्राकृतिक संसाधनों में से सबसे जरूरी जल को माना गया है। लगातार हो रहे जल प्रदूषण के कारण जल संकट का खतरा बना हुआ है। आइए इस जल संकट से हर स्थिति में निपटने के लिए हम सब मिलकर प्रयास करें व पृथ्वी पर जीवन बचाने के लिए पहले जल बचाएं।