श्मशान में भी 4 दिनों तक कुत्ते ने किया मालकिन का इंतजार, लोगों ने खाना दिया तो ये रही प्रतिक्रिया

बिहार के गया जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां चार दिनों पहले एक महिला का अंतिम संस्कार किया गया। उसकी अंतिम यात्रा में लोगों के साथ एक कुत्ता भी गया था। अन्य लोग तो वापस लौट आए। लेकिन वो कुत्ता श्मशान में ही बैठकर अपनी मालकिन का इंतजार करता रहा।;

Update: 2021-05-08 15:44 GMT

बिहार (Bihar) के गया (Gaya) जिले से एक अजब-गजब मामला सामने आया है। यह पूरा मामला एक कुत्ते की वफादारी (Dog loyalty) से जुड़ा हुआ है। यहां कुत्ते ने ऐसी स्वामीभक्ति दिखाई है कि जिसको आप देखकर हैरान रहे जाएंगे। जानकारी के अनुसार गया जिले में एक महिला का निधन हो गया। जिसके बाद महिला के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार (Funeral) किया गया। जिस जगह पर शव का अंतिम संस्कार किया गया। उसी जगह पर बैठकर कुत्ते ने करीब चार दिनों तक भूखे और प्यासे रहकर अपनी मालकिन का इंतजार किया। इस दौरान कई लोगों ने उस जगह से उस कुत्ते को हटाने का प्रयास भी किया, लेकिन कुत्ता भौंककर सभी को वहां से भगा देता था।

हैरान कर देने वाला ये पूरा मामला गया जिले के शेरघाटी अनुमंडल के सत्संग नगर (Satsang Nagar of Sherghati subdivision) का बताया जा रहा है। यहीं के निवासी भगवान ठठेरा की पत्नी की एक मई को अचानक मौत हो गई थी। मृतका का मोहर नदी के पास राम मंदिर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया था। अंतिम संस्कार में लोगों के साथ एक कुत्ता भी पहुंचा था।

अंतिम संस्कार की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद सभी लोग वापस लौट गए। लेकिन वो कुत्ता वहीं पर बैठा रह गया। वह भूखा-प्यासा बैठकर मालकिन का इंतजार करता रहा। स्थानीय लोगों के बताए अनुसार शुरुआत में तो किसी को कुछ भी समझ नहीं आया था। लेकिन जब कुत्ता लगातार 4 दिनों तक अंतिम संस्कार वाली जगह पर ही बैठा रहा तो लोगों ने कुत्ते की की खोज खबर ली।

स्थानीय लोगों का कहना है कि बेजुबान जानवर अपनी मालकिन की मौत से इतना दुखी था कि वो अंतिम संस्कार वाली जगह से हटना ही नहीं चाह रहा था। इस पर जब कुछ लोगों ने कुत्ते को वहां से हटाना चाहा तो उसने लोगों के ऊपर भौंकना शुरू कर दिया। इसके बाद कुछ लोगों ने कुत्ते के लिए भोजन रखा, लेकिन कुत्ते ने कुछ नहीं खाया।

स्थानीय लोगों के अनुसार उक्त महिला ने एक कुत्ते को पाला हुआ था। उस महिला को अक्सर कुत्ते के खाने-पीने की चिंता रहती थी। वह महिला कुत्ते को भोजन कराने के बाद स्वयं खाना खाती थी। कई बार उस महिला को कुत्ते के दूसरे मुहल्ले में जाने पर भी चिंता हो जाती थी। महिला उस कुत्ते को तलाश करती थी। इस वजह से कुत्ता भी अपनी मालकिन से काफी प्यार करता था। हमेशा वो कुत्ता अपनी मालकिन के पास ही रहा करता था।

Tags:    

Similar News