जिम ट्रेनर से पीछा छुड़ाना चाहती थी डॉक्टर की पत्नी खुशबू, पुराने दोस्त के सहयोग से कांट्रैक्ट किलर से चलवाई गोली

जिम ट्रेनर गोलीकांड का पटना पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में डॉक्टर दंपति समेत छह आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस के अनुसार डॉक्टर की पत्नी खुशबू जिम ट्रेनर विक्रम सिंह से पीछा छुड़ाना चाहती थी। जिसमें उसने पुराने दोस्त का सहयोग लेकर कांट्रैक्ट किलरों द्वारा जिम ट्रेनर पर गोलीबारी करवाई।;

Update: 2021-09-24 08:35 GMT

बिहार (Bihar) के पटना (Patna) हाई प्रोफाइल जिम ट्रेनर गोलीकांड (gym trainer shooting) का पुलिस (Police) ने गुरुवार को खुलासा कर दिया। इस गोलीबारी मामले में पुलिस ने डॉक्टर और उसकी पत्नी समेत कुल छह आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस के अनुसार आशिकी के जुनून में डॉक्टर की पत्नी खुशबू (Doctor's wife Khushboo) ने जिम ट्रेनर विक्रम सिंह के ऊपर सुपारी किलर से गोलीबारी करवाई थी। खुशबू ने अपने पुराने दोस्त के सहयोग से कांट्रैक्ट किलरों को इस काम के लिए ढाई लाख रुपये की सुपारी दी थी। गिरफ्तार आरोपियों में डॉक्टर दंपती के साथ-साथ 3 कांट्रैक्ट किलर व एक डॉक्टर की पत्नी का पुराना दोस्त शामिल है। पुलिस के अनुसार इन लोगों का इरादा विक्रम की हत्या करने का था (intended murder)। कांट्रैक्ट किलरों द्वारा बीते 18 सितंबर को पटना में कदमकुआं बुद्धमूर्ति के निकट जिम ट्रेनर विक्रम सिंह को 5 गोली मारी थीं।

मामले में ये आरोपी हुए अरेस्ट

पुलिस तफ्तीश में पता चला कि खुशबू ने वारदात को अंजाम दिलाने के लिए अपने 5 वर्ष पुराने दोस्त मिहिर का सहयोग लिया। मिहिर ने खुशबू को कांट्रैक्ट किलरों से मिलवाया। तफ्तीश में जुटी पुलिस ने खुशबू सिंह, उसके पति एवं फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. राजीव सिंह, दोस्त मिहिर सिंह (नासरीगंज, दानापुर) इसके अलावा सुपारी किलर अमन कुमार (वारिसनगर, समस्तीपुर), शमशाद (चेरिया बरियारपुर, बेगूसराय) और आर्यन उर्फ रोहित सिंह (सोनपुर, सारण) को अरेस्ट किया है। बदमाशों के कब्जे से पुलिस ने दो पिस्तौल, एक मैग्जीन व आठ गोलियां जब्त की हैं।

खुशबू ने लगाया था ये आरोप

एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने कहा कि डॉक्टर पत्नी खुशबू का कहना था कि जिम ट्रेनर विक्रम उसका पीछा नहीं छोड़ रहा। वो विक्रम से अपना पीछा छुड़ाना चाहती थी। साथ ही 60 हजार रुपये को लेकर हुए विवाद के बारे में भी खुशबू ने जिक्र किया था। वैसे पैसे के लेन-देन वाला मामला पुलिस को हजम नहीं हो रहा है।

मिहिर के पकड़े जाने पर खुला पूरा केस

गोलीबारी केस में पुलिस ने सबसे पहले कांट्रैक्ट किलरों की खोजबीन की। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से पुलिस बदमाशों तक पहुंची। पुलिस ने कदमकुआं थाना क्षेत्र स्थित भागवतनगर स्थित किराए के घर से आर्यन, शमशाद व अमन को दबोचा। फिर तीनों आरोपियों से पूछताछ की गई। जहां बदमाशों ने बताया कि जिम ट्रेनर को उनके द्वारा ही गोली मारी गई है। इसके एवज में उनको मिहिर ने रुपये दिए थे।

मिहिर ने लिया था डॉक्टर की पत्नी का नाम

पुलिस ने फिर मिहिर की खोज शुरू की तो ज्ञात हुआ कि वो दिल्ली चला गया है। पुलिस ने परिजनों पर दबाव बनाया। गुरुवार की शाम को वह फ्लाइट से उतरा। तुरंत पुलिस ने मिहिर को दबोच लिया। जहां मिहिर ने पुलिस को बताया कि खुशबू से उसकी करीब पांच वर्ष पहले मित्रता थी। खुशबू ने उसको बताया था कि विक्रम उसे तंग करता है। जिससे वह उसको मरवाना चाहती है। मिहिर ने मामले की जानकारी अपने करीबी सूरज को दी। सूरज ने मिहिर को कांट्रैक्ट किलर अमन से मिलवा दिया। इसके बाद सब कुछ तय कर दिया गया।

पैसे की वजह से देरी से अंजाम दी गई वारदात

यह कांड सावन माह में ही अंजाम दिया जाना था, लेकिन खुशबू ने मिहिर को एक लाख 85 हजार रुपये तीन बार में दिये थे। फिर दोस्त ने पैसे सुपारी किलर तक पहुंचाए। फिर भी वारदात किसी वजह से अंजाम नहीं दी गई। फिर मिहिर द्वारा किलरों पर दबाव बनाया गया। आखिर में जिम ट्रेनर को गोली मारने का मामला 18 सितंबर के लिए तय हुआ।

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