बिहार में अचानक कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ा, स्वास्थ्य मंत्री ने इसके पीछे बताया ये अहम कारण
कोरोना महामारी से हुई मौत के आंकड़ों को लेकर बिहार में सियासत जोरों पर है। इस सब के बीच बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कोरोना से मौत के आंकड़ों में आई उछाल के पीछे की वजह बताई है।;
बिहार (Bihar) में कोरोना वायरस के संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या (coronavirus death numbers) को लेकर प्रदेश की सियासत में घमासान मचा हुआ है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या (corona death numbers) में संशोधन कर उसे 9429 बता दिया। आंकड़ों में अचानक आए उछाल को लेकर इस पर विवाद बढ़ गया है। कोरोना संक्रमण से मौत के नए आंकड़े (new figures corona death in Bihar) सामने आने के बाद बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (health minister mangal pandey) ने भी अपनी ओर से सफाई दी है। मंगल पांडेय ने आंकड़ों के पीछे का कारण बताने का प्रयास किया है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का कहना है कि कोरोना महामारी से जान गंवाने के बाद भी राज्य में बड़ी संख्या में लोगों की रिपोर्ट नहीं मिल पाई थी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने 15 दिनों तक राज्य में कोरोना मौत के मामलों की जांच भी कराई है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अनुसार बिहार के सभी 38 जिलों से कोरोना वायरस से मौत के आंकड़े इकट्ठा किए गए हैं। ताजा रिपोर्ट सामने आने के बाद अब बिहार में कोरोना से हुई मौत के आंकड़े बढ़ गए हैं। मंत्री का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के आंकड़े जारी करती है। मंगल पाण्डेय ने कहा कि जैसे-जैसे रिपोर्ट आ रही है। वैसे-वैसे ही बिहार में कोरोना से मौत के मामले बढ़ रहे हैं।
हाईकोर्ट ने दिए थे कोरोना मौत मामलों के जांच के आदेश
बक्सर में गंगा किनारे पर कुछ शवों के मिलने के बाद पटना हाईकोर्ट (Patna High Court) ने बक्सर में कोरोना संक्रमण से हुई मौत की जांच करने को कहा था। वहीं बिहार सरकार (Bihar Government) ने ऐहतियातन पूरे राज्य में ऑडिट करवाया है। जिसके बाद मौत का नया आंकड़ा सामने आया है।
एक नजर में समझें पूरा मामला
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार कोरोना महामारी से मंगलवार तक मरने वालों की 5478 की संख्या थी। वहीं बुधवार को सत्यापन के बाद कोरोना से 3951 अतिरिक्त लोगों की मौत के आंकडे जोड़े गए हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़े में यह स्पष्ट नहीं है कि ये अतिरिक्त मौतें कब हुईं। पर बिहार के सभी 38 जिलों का एक ब्रेकअप उल्लेखित किया गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस की दूसरी लहर में बिहार में महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या 8,000 के करीब है। वहीं अप्रैल महीने से मरने वालों की संख्या में करीब छह गुना की बढ़ोतरी हुई है।