खुजली से परेशान मासूम को झोलाछाप डॉक्टर ने लगाया इंजेक्शन, कुछ ही घंटों में हो गई मौत
बिहार (Bihar) के खगड़िया जिले से चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां बीमार होने पर परिजन एक बच्चे को छोलाझाप डाक्टर के पास लेकर पहुंचे। जिसने बच्चे को टीका दिया। उसे कुछ समय बाद बच्चे की मौत हो गई।;
बिहार (Bihar) के खगड़िया (Khagaria) जिले में एक झोलाछाप चिकित्सक (Unauthorized Doctor) द्वारा दिए गए उपचार की वजह से एक तीन साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई है। पीड़ित परिवार की मानें तो बच्चा खुजली के चलते परेशान था। परिवार के लोग बच्चे को गांव में ही एक झोलाछाप चिकित्सक के पास लेकर पहुंचे। झोलाछाप चिकित्सक ने उपचार के क्रम में बच्चे को एक टीका दिया। परिवार के लोगों के अनुसार उस इंजेक्शन के दिए जाने के करीब पांच घंटे बाद बच्चे की मौत (Death) हो गई। इससे आप तथाकथित डॉक्टर की लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने खुजली की शिकायत पर इलाज के लिए पहुंचे मासूम को कोई मलहम देने की बजाय जल्द आराम देने की बात कहकर सीधे टीका ही लगा दिया। जिसके पांच घंटे बाद मासूम की मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्चे की मौत का मामला खगड़िया जिले से सामने आया है। मंगलवार को बच्चे की मां बच्चे को लेकर ग्रामीण चिकित्सक यानी कि एक झोलाछाप डॉक्टर के पास लेकर पहुंची थी। बच्चे का नाम अंकुश था। अंकुश की मां बबीता देवी का कहना है कि ग्रामीण चिकित्सक ने बच्चे की खुजली को रोकने के लिए मलहम की जगह जल्द ठीक होने के लिए बच्चे को एक सूई दिया। बच्चे को इंजेक्शन लगते ही उल्टी शुरू हो गईं। धीरे-धीरे बच्चे अंकुश की और ज्यादा तबियत भी बिगड़ने लगी। इसके बाद ग्रामीण चिकित्सक बच्चे को बेहतर उपचार के लिए खगड़िया सदर अस्पताल लेकर जाने की सलाह दी। पर जब तक बच्चा सदर अस्पताल पहुंचा, उस वक्त तक बच्चे की मौत हो चुकी थी।
खगड़िया सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने जांच करने के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया। पीड़ित परिवार को खगड़िया जिले के गोगरी थाना इलाके स्थित धनखेता गांव का निवासी बताया गया है। हादसे के बाद से परिजनों के बीच चीख-पुकार मची हुई है। बच्चे अंकुश की मां सदमें में बताई जा रही है। मां की आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। बच्चे की मौत के बाद से परिवार के साथ-साथ अन्य ग्रामीणों के बीच भी मातम पासरा हुआ है।