CM नीतीश का निर्देश, सभी DM आकलन कर 3 दिनों के भीतर फसल क्षति की रिपोर्ट दें, प्रभावितों को जल्द मिलेगी मदद
बिहार के किसानों के लिए राहत प्रदान करने वाली खबर सामने आई है। सीएम नीतीश कुमार ने निर्देश दिया है कि सभी डीएम फसल क्षति का आकलन करके तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपे।;
बिहार (Bihar) किसानों (Farmers) के लिए खुशखबरी देने वाला समाचार सामने आया है। क्योंकि प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द फसल क्षति की भरपाई (crop damage compensation) मिल सकती है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) लगातार इस ओर कदम बढ़ा रहे हैं। जानकारी सामने आई है कि सीएम नीतीश कुमार ने प्रदेश के तमाम जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वो पूर्व में हुई क्षति के साथ ही हालिया दिनों में ज्यादा बारिश (Rain) होने की वजह से हुए फसल क्षति का आकलन करें और तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपे। सीएम ने ये भी कहा कि कि जिन जगहों पर ज्यादा जलजमाव की वजह से बुआई नहीं हो पाई है। ऐसी जगहों का भी सही से आकलन करें।
सीएम नीतीश ने कहा है कि तमाम जिलों के प्रभावित इलाकों के लोगों के लिए राहत एवं सहायता तत्काल मुहैया कराई जाएगी। शेष बाढ़ पीड़ितों को के लिए अनुग्रह अनुदान राशि जल्द दी जाए। सीएम नीतीश कुमार ने ज्यादा बारिश की वजह से उत्पन्न बाढ़ के हालात का वैशाली, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, शिवहर, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज व सारण जिले का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मंगलवार को पटना (Patna) में जल संसाधन व आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक की।
सीएम नीतीश के साथ इस बैठक में 11 जिलों नालंदा, पटना, वैशाली, नवादा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सारण और गोपालगंज के डीएम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े रहे। बैठक में सीएम नीतीश ने कई जरूरी दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिए। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मार्गों व पुलों के अलावा अन्य नुकसान का भी आकलन किया जाए।
सीएम ने अधिकारियों से कहा कि वे पीड़ित लोगों के साथ संपर्क कायम रखें व उनके सुझावों पर भी घ्यान दें। पीड़ितों की पूरी संवेदनशीलता से मदद करनी है। कोई भी प्रभावित मदद से वंचित ना रह जाए, इस बात का खास ख्याल रखें। सभी डीएम आपदा प्रबंधन विभाग, कृषि विभाग व पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के लगातार संपर्क में रहें।
सीएम नीतीश ने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिया कि बाढ़ की वजह से जो सड़क क्षतिग्रस्त हुई हैं, उन सड़कों की जल्द मरम्मत कराएं। बैठक में जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस द्वारा नदियों के जलस्तर की अद्यतन स्थिति, बाढ़ से निपटने के कार्यों की जानकारी दी गई।