जीतन राम मांझी बोले- शराब मामले में जेल में बंद लोगों की बेल कराने की व्यवस्था करें नीतीश कुमार
बिहार के पूर्व सीएम एवं बिहार सरकार में सहयोगी जीतन राम मांझी ने शराबबंदी कानून के तहत छोटी गलती पर जेल में बंद लोगों को छोड़ने की मांग की है। मांझी ने ट्वीट के माध्यम से सीएम नीतीश कुमार के समक्ष यह मांग उठाई है।;
बिहार के पूर्व सीएम एवं बिहार सरकार में सहयोगी जीतन राम मांझी ने शराबबंदी कानून के तहत छोटी गलती को लेकर जेल में बंद लोगों को छोड़ने की मांग उठाई है। 'हम' प्रमुख जीतन राम मांझी ने गुरुवार को ट्वीट के माध्यम से यह मांग सीएम नीतीश कुमार के समक्ष उठाई है। मांझी ने अन्य ट्वीट के जरिये शराबबंदी कानून का विरोध करने वाली कांग्रेस और राजद को भी आड़े हाथ लिया है।
जीतन राम मांझी की ओर से बिहार में शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए सीएम नीतीश कुमार को बंधाई दी गई। साथ ही मांझी ने सीएम नीतीश से अनुरोध किया है कि वैसे गरीब जो शराबबंदी कानून के तहत छोटी गलती के लिए तीन महीने से जेल में बंद हैं। उनके जमानत की व्यवस्था सुनिश्चित करवाएं। मांझी ने कहा कि उनके परिवार के मुखिया के जेल में बंद रहने के कारण उनके बच्चे भूखें हैं।
सरकारी विद्यालयों को खोलने की उठाई मांग
जीतन राम मांझी ने अन्य ट्वीट के माध्यम से जनहित में सीएम नीतीश कुमार एवं अशोक चौधरी से कोरोना नियमों का पालन करते हुए अब सरकारी विद्यालयों को खोलने का निर्देश देने का अनुरोध किया है। मांझी ने कहा कि विद्यालय बंद होने से सबसे अधिक गरीबों के बच्चें प्रभावित हो रहें हैं।
मांझी का सवाल: किसके कहने पर राजद-कांग्रेस शराबबंदी कानून का कर रहे विरोध?
जीतन राम मांझी ने शराबबंदी कानून का विरोध करने वाले कांगेस व राजद को भी आड़े हाथ लिया है। मांझी ने कहा कि शराबबंदी कानून का समर्थन कर लागू कराने वाले कांग्रेस और राजद नेताओं को बताना चाहिए कि किन शराबमाफियों के कहने पर आज आप इस कानून का विरोध कर रहें हैं। मांझी ने कहा कि शराबबंदी नीतीश कुमार की सरकार का सबसे बेहतर फैसला है। जिसकी जितनी भी आज प्रशंसा की जाए वह कम है।