जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार को लेकर भाजपा को दी यह कड़ी चेतावनी तो बिहार की सियासत में आ गया भूचाल

अरुणाचल प्रदेश के एक राजनीतिक घटनाक्रम का प्रभाव बिहार की सियासी पर साफ देखने को मिल रहा है। अब पूर्व सीएम एवं 'हम' अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने भी इस मामले पर भाजपा को चेतावनी दी है। इससे पहले नीतीश कुमार ने भी मामले को लेकर बिहार के सीएम पद तक को छोड़ने की धमकी दी थी।;

Update: 2020-12-30 13:44 GMT

अरुणाचल प्रदेश में भाजपा द्वारा जदयू के सात विधायकों में छह को तोड़कर अपनी पार्टी में मिला लिया गया है। इस मामले का असर उसी समय से बिहार की सियासत पर जमकर देखने को मिल रहा है। अरुणाचल प्रदेश की इस सियासी घटना को लेकर बिहार पूर्व सीएम एवं 'हम' अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने भी बुधवार को ट्वीट कर गहरी नाराजगी जाहिर की है।

बिहार पूर्व सीएम एवं हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा 'हम' अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि अरुणाचल प्रदेश में जो हुआ वह एक स्वच्छ राजनीति का तकाजा नहीं है। साथ ही उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व से अनुरोध किया है कि ऐसी गलती दोबारा ना होने पाए और इसका ख्याल रखें। वहीं जीतनराम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार को कमजोर समझने वालों को शायद नहीं पता है कि हम भी मजबूती से उनके साथ खड़े हैं। याद रहे, बिहार की एनडीए सरकार में जीतनराम मांझी की पार्टी 'हम' भी शामिल है। हाल के विधानसभा चुनावों में उनके चार प्रत्याशी जीतने में कामयाब हुये हैं।

आपको बता दें, बीते दिनों में भाजपा द्वारा अरुणाचल प्रदेश में जदयू के के 7 में से 6 एमएलए को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया गया था। इस घटनाक्रम से पहले अरुणाचल प्रदेश में जदयू राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। बिहार में भाजपा के इस सियासी दांव को नीतीश कुमार व उनकी पार्टी के लिए संदेश के तौर पर देखा गया। इस घटना के बाद पटना प्रदेश कार्यालय में हुई जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी यह मुद्दा प्रमुख रहा। इस बैठक में इस मामले के खिलाफ जदयू द्वारा निंदा प्रस्ताव भी पारित किया।

अरुणाचल प्रदेश मामले के बाद से ही बिहार में राजनीतिक हलचल तेज है। मामले के बाद राजद नेता श्याम रजक ने कहा कि मौजूदा एनडीए में सभी घुटन महसूस कर रहे हैं व नीतीश कुमार भी बेबस ही दिखाई दे रहे हैं। साथ ही श्याम रजक ने दावा किया कि जदयू के 17 विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं वे वो कभी भी राजद में शामिल हो सकते हैं। रजक के इस दावे आज स्वयं सीएम नीतीश कुमार द्वारा खारिज कर दिया व कहा गया कि यह मामला निराधार है।

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