विधान मंडल का मानसून सत्र शुरू, हेलमेट पहनकर सदन में पहुंचे कई विपक्षी विधायक, कहा- हमें लगता है भय!
बिहार विधान मंडल के मॉनसून सत्र की शुरुआत सोमवार से हो गई है। जो आगामी 5 दिनों यानी कि 30 जुलाई तक जारी रहेगी। इस छोटे सत्र में सरकार की कोशिश होगी कि कई बिल पास हो जाएं। वहीं विपक्ष के कई विधायक हेलमेट पहन कर विधानसभा पहुंचे।;
बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू (Monsoon session of Bihar legislature begins) हो गया है। मानसून सत्र की शुरुआत विधानसभा अध्यक्ष के संबोधन (Speaker speech) के साथ हुई। सदन में प्रथम दिन दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई। उसके बाद ही विपक्षी पार्टी के विधायकों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। बीते 23 मार्च को विधानसभा के अंदर विधायकों की पिटाई की गई थी। इस मामले के विरोध में आज विपक्षी कई एमएलए हेलमेट पहन कर आए (MLA came wearing helmet)। इन विधायकों ने बताया कि उनको सदन में आने से भय लगता है। इस वजह से ही उन्होंने हेलमेट पहना है।
जहां राजद एमएलए मुकेश रौशन (RJD MLA Mukesh Roshan) और सतीश दास (Satish Das) ने हेलमेट पहनकर विरोध जताया। वहीं इसके विरोध में ही राजद समेत माले के कई विधायक काला मास्क पहने हुए नजर आए। वहीं माले के सदस्यों ने 23 मार्च की घटना को लेकर सरकार द्वारा माफी मांगने की मांग उठाई है। याद रहे विपक्ष के विधायकों को आरोप है कि पिछले बजट सत्र में 23 मार्च को सरकार के इशारे पर सदन में पुलिस ने विपक्ष के विधायकों से मारपीट की थी।
आपको बता दें आज से शुरू हुआ बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र 30 जुलाई तक चलेगा। पहले दिन सदन में पहुंचे सीएम नीतीश कुमार का विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने गुलदस्ता देकर स्वागत किया। इसके अलावा विधानपरिषद में भी कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह द्वारा उनका स्वागत किया गया।
सत्र के प्रथम दिन एलजेपी विधायक दल का जदयू में विलय के प्रस्ताव की मंजूरी दी गई, दो राजकीय बिल भी पेश किए गए। बाद में सदन में दिवगंत आत्माओं का शोक-प्रकाश हुआ। वहीं कोरोना काल में मारे गए डॉक्टरों और अन्य सभी को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान पूरे सदन में एक मिनट के लिए मौन रखकर सभी दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद मानसून सत्र के प्रथम दिन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
आपको बता दें कोरोना महामारी की वजह से बिहार विधानमंडल का सत्र काफी छोटा है। 26 जुलाई से सत्र की शुरुआत होकर 30 जुलाई को समाप्त हो जाएगी। इस सत्र में दोनों सदन के अंदर पांच मीटिंग होगी। सभी बैठक के भी हंगामेदार रहने की आशंका है।