नौकरी के लालच में दलित की हत्या: साहू बोले - नीतीश ने 15 वर्षों में दलितों के लिये कुछ किया होता तो आज 'ऐसी स्थिति न होती'
बिहार के नालंदा जिले में नौकरी के लालच में दलित युवक द्वारा भाई की हत्या कर देने का मामला सामने आया है। युवा कांग्रेस नेता मंजीत आन्नद साहू ने मामले पर बिहार सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। साहू ने कहा कि 15 वर्षों में नीतीश कुमार द्वारा दलितों के लिये कुछ किया गया होता तो आज ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता।;
बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष मंजीत आन्नद साहू ने मंगलवार को ट्वीट कर दलित युवक द्वारा अपने भाई की हत्या कर देने पर सीएम नीतीश कुमार को घेरा है। मनजीत आन्नद साहू ने कहा कि हत्या की घटना को नालंदा जिला में अंजाम दिया गया है। साहू ने कहा कि सरकार की नीतियों ने लोगों को हत्या के लिए उकसाने का काम किया है। वहीं अन्नद साहू ने सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी से माममे पर सवाल पूछा है। साहू ने कहा कि नीतीश कुमार, सुशील मोदी दलितों को कहां लेकर जाना चाहते हैं। साहू ने कहा कि यदि बिहार सरकार द्वारा इन 15 वर्षों में दलित वर्गों के हित मे कुछ किया होता तो बिहार के दलितों को आज ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता।
नालंदा जिले में सगे भाई द्वारा दिया गया हत्या की वारदात को अंजाम
बिहार के नालंदा जिले में बीते शुक्रवार को एक दलित व्यक्ति की हत्या कर दिये जाने का मामला सामने आया। मामले के खुलासे में भाई की हत्या कर देने का आरोप एक युवक दलित पर लगा। बताया जाता है कि दलित युवक द्वारा भाई हत्या की वारदात को नौकरी के लालच में अंजाम दिया गया है। मामला नूरसराय थाना क्षेत्र के परियोजन का गांव का बताया जाता है। जहां किंतु मांझी की हत्या का आरोप उसके सगे भाई पर लगा है। किंतु मांझी की हत्या की वारदात को उसके भाई द्वारा गला दबाकर अंजाम दिया गया है। दलित युवक ने भाई के शव को कंधे पर ले जाकर दफना भी दिया। नूरसराय थाना पुलिस को मामले की सूचना दी गई। जिसके बाद मामला दर्ज किया गया। मामले के संबंध में पुलिस ने बताया कि सीएम नीतीश कुमार द्वारा घोषणा की गई थी कि दलित की हत्या पर परिवार को एक नौकरी दी जायेगी। इसी नौकरी के लालच में ग्रामीणों ने ही मामले को रफा-दफा कर दिया। जब पुलिस ने मामले की जांच की तो घटना अलग ही सामने आयी।