हवाई यात्रा से वंचितों को मिनटों में दे रहे थे कोरोना नेगेटिव की फर्जी रिपोर्ट, पटना में संचालित गोरखधंधे का पर्दाफाश
बिहार की राजधानी पटना में कोरोना नेगेटिव की फर्जी रिपोर्ट बनाने के गोरखधंधे का पर्दाफाश हुआ है। ये लोग हवाई यात्रा वंचित लोगों को अपने झांसे में फांस रहे थे। साथ ही दो हजार रुपये लेकर मिनटों में कोरोना नेगेटिव की फर्जी रिपोर्ट बना रहे थे। मामले को लेकर जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा राजा बाजार स्थित प्लाज्मा डायग्नोस्टिक को सील कर दिया गया है।;
बिहार (Bihar) में राजधानी पटना (Patna) के राजा बाजार स्थित प्लाज्मा डायग्नोस्टिक में बड़े फर्जीवाड़ा का पर्दाफाश हुआ है। इसको लेकर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्लाज्मा डायग्नोस्टिक को सील (Sealed Plasma Diagnostic) कर दिया है। जिला प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी कंट्रोल रूम के मजिस्ट्रेट एमएस खान व स्वास्थ्य विभाग की ओर से पटना एसीएमओ अविनाश सिंह व जिला स्वास्थ्य समिति के प्रशांत कुमार ने सबसे पहले तो लैब का निरीक्षण किया। खामियां मिलने पर उसे सील कर दिया गया। चौंकाने की बात तो ये है कि यह लैब केवल नाम का था। क्योंकि लैब के नाम पर यहां चश्मे की दुकान संचालित की जा रही थी। इस जगह पर ना ही आरटीपीसीआर मशीनें व ना ही एंटीजन किट थीं।
जानकारी के मुताबिक प्लाज्मा डायग्नोस्टिक की ओर से पटना एयरपोर्ट (Patna Airport) पर दलाल लगाए गए थे। ये दलाल हवाई यात्रा करने वाले ऐसे लोगों को अपने जाल में फांस रहे थे, जिन यात्रियों के पास कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट नहीं थी। साथ ही उन यात्रियों को हवाई यात्रा से वंचित रहना पड़ जाता था। इन यात्रियों को ये दलाल 2 हजार रुपये लेकर और मिनटों में फर्जी आरटीपीसीआर की रिपोर्ट बनवा कर देते थे। उसमें कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव (corona report negative) दिखाई जाती थी।
जिला प्रशासन की टीम ने छापेमारी में इन आरोपों को सत्य पाया। इसपर लैब संचालक पर एफआईआर दर्ज की गई। साथ ही लैब को भी सील कर दिया गया। अफसरों का कहना है कि लैब संचालक पूर्ण रूप से गोरखधंधा संचालित कर रहा था। वो ना केवल आम नागरिकों को गुमराह कर रहा था, बल्कि एयरपोर्ट ऑथोरिटी को भी चकमा दे रहा था।