Bihar Assembly Elections 2020: संजय झा बोले - नीतीश कुमार ने घोड़े की तरह किया काम, जिसका आज बिहार के लोग ले रहे लाभ
Bihar Assembly Elections 2020: संजय कुमार झा ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को जीरो से ऊपर उठाया है। संजय कुमार झा ने कहा कि नीतीश ने बिहार में एक घोड़े की तरह काम किया है। जो ना इधर देखता और ना ही उधर देखता है। वह सिर्फ अपने काम पर फोकस रखता है। ऐसे नीतीश कुमार ने काम किया है। जिसका आज बिहार के 12 करोड़ लोग लाभ ले रहे हैं।;
बिहार में विधानसभा के चुनाव करीब हैं। जिसको लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षियों में वार-पलटवार का दौर चल रहा है। इस बीच बिहार सरकार में जल संसाधन मंत्री एवं जदयू नेता संजय कुमार ने कहा कि एक स्वस्थ लोकतंत्र में आरोप लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे उसके पक्षधर हैं। उन्होंने कहा कि तभी तो गलत चीजें सामने आती हैं। संजय झा ने कहा कि अगर सवाल नहीं उठाये जायेंगे तो शायद वह गलत चीज नजर से मिस हो जायेगी। वहीं संजय कुमार झा ने कहा कि लेकिन आरोप लगाने वाले या सवाल पूछने वाले को चीजों की समझ और ज्ञान भी होना चाहिये। उन्होंने कहा कि यदि सवाल उठाने वाला बिना सिर-पैर की बात करेगा तो बहस को छिछले स्तर पर ले जाती है। लेकिन बिहार की जनता इस फर्क को बखूबी समझती है।
संजय कुमार झा ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार नियमित नहीं आये हैं। लेकिन जब भी नीतीश कुमार पर इतिहास में विशलेषण किया जायेगा। तो चीजें साफ हो जायेंगी। झा कहा कि देखना चाहिये कि नीतीश कुमार ने कहां से शुरू किया था। उन्हें क्या मिला था। आज जो लोग प्रवचन कर रहे हैं। उन्हें ध्यान रखना चाहिये कि बिहार में जब कितनी सड़कें और रोड थे। वहीं सूबे में बिजली कितनी आती थी। कितने लोगों को साफ पानी मिलता था। क्या परिस्थिति थी। नीतीश कुमार गुजरात या महाराष्ट्र के सीएम नहीं बने थे। कहां से शुरू किये थे, क्या हाल था कानून व्यवस्था का। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार में वहां से काम शुरू किया है। जहां लोगों की आशायें ही खत्म हो चुकी थी कि इस राज्य में कभी कुछ हो भी सकता है। उस पूरे राज्य को नीतीश कुमार ने पुनर्स्थापित किया है। यह बहुत ही कठिन टास्क था। झा ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिना रुके और थके टमटम के घोड़े की तरह बिहार में काम किया है। जो काम के वक्त ना तो इधर देखता है और ना ही उधर देखता है। उसका फोकस सिर्फ अपने काम पर होता है। इसी तरह नीतीश कुमार ने बिहार में काम किया है। जिसका आज बिहार के 12 करोड़ लोग लाभ ले रहे हैं।