जमीन विवाद को लेकर दो गुटों में जमकर चली गोलियां, घटनास्थल पर ही छह लोगों की मौत
सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में जमीन विवाद को लेकर गोलीबारी हो गई है। इस घटना के दौरान 6 लोगों की मौत हो गई है। नीतीश यादव और परसुराम यादव के बीच काफी पुराने वक्त से भूमि को लेकर विवाद चल रहा था। इसी के चलते आज दोनों पक्षों में अचानक गोलीबारी हो गई।;
बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के गृह जिले नालंदा में भूमि विवाद (Land dispute in Nalanda) को लेकर नरसंहार (Massacre) होने की जानकारी सामने आई है। यह दर्दनाक घटना नालंदा जिले के छबीलापुर थाना इलाके स्थित लोदीपुर गांव में घटी है। यहां बुधवार की दोपहर को वर्षों पुराने भूमि विवाद को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ गए। देखते ही देखते दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे के ऊपर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं (started firing bullets)। वहीं इस फायरिंग (firing) के दौरान छह लोगों की जान जाने (killed six people) की खबर है।
मौके पर देरी से पहुंची पुलिस
मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस (Police) घटनास्थल पर पहुंच गई। पुलिस ने पूरे गांव को छावनी में परिवर्तित कर दिया गया है। वहीं स्थानीय इसको लेकर आक्रोशित हैं कि काफी देर तक बदमाशों ने यहां गोलियां बरसाईं। इस दौरान लोग सहायता के लिए पुलिस को कॉल करते रहे। पर पुलिस समय रहते घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाई। जिसकी वजह से इस गोलीबारी के दौरान छह लोगों की मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नीतीश यादव और परशुराम यादव के बीच लगभग 20 वर्षों से 50 बीघा भूमि को विवाद चला आ रहा था। इस बार भी इस भूमि पर धान की रोपनी नहीं हो पाई थी। इस वजह से ही बुधवार की दोपहर में इस जमीन को लेकर दोनों गुटों के लोगों में झगड़ा शुरू हुआ। जो कुछ ही देर में गाली गलौज पर पहुंचा। फिर मौके पर मारपीट भी होने लगी।
6 लोगों की ऐसे हुई मौत
मारपीट के दौरान ही मौके पर गोलियां भी चलनी शुरू हो गईं। इस दौरान नीतीश यादव पक्ष की ओर से की गई फायरिंग में परशुराम यादव पक्ष के तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा तीन अन्य लोगों की मौत गंभीर रूप से जख्मी लोगों उपचार के लिए अस्पताल लेकर जाने के वक्त हो गई। घटना के दौरान जान गंवाने वालों में पिंटू यादव, महेश यादव, यदु यादव, धीरेंद्र यादव, बिंदा यादव और शिवल यादव शामिल बताए गए हैं।
कोर्ट में चल रहा है जमीन विवाद
गांव वालों के मुताबिक इन दोनों में काफी टाइम से जमीन का विवाद चला आ रहा था। यह जमीन विवाद कोर्ट में चल रहा था। यह बॉण्ड भरा गया था कि जब तक मामले पर कोर्ट निर्णय नहीं कर देता है। उस वक्त तक इस भूमि पर कोई सा गुट फसल नहीं उगाएगा।वहीं बुधवार को पुलिस की मदद से एक पक्ष के लोग इस भूमि पर जोताई करने के लिए पहुंच गए। दूसरे गुट ने इसका विरोध किया और मदद के लिए पुलिस को कॉल लगाई। पुलिस ने इनकी गुहार को अनसुना कर दिया। जिसके बाद ये विवाद गोलीबारी तक पहुंच गया।