Bihar Assembly Elections 2020: सुशील मोदी बोले- कांग्रेस ने लालू की उंगली पकड़ कर 10 साल किया राज, पर उपलब्धि कुछ नहीं
Bihar Assembly Elections 2020:: भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि बिहार मे कांग्रेस ने 45 वर्ष खुद व लालू यादव की अंगुली पकड़ कर 10 साल राज किया है। लेकिन इन पर आर्थिक विकास के मामले में कोई उपलब्धि नहीं है।;
बिहार के डिप्टी सीएम एवं भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने एक बाद एक कई ट्वीट कर विपक्षियों पर निशाने साधे हैं। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 7 जुलाई को जब पहली वर्चुअल रैली की थी। तब राजद और कांग्रेस द्वारा खूब छाती पीटी गई थी। अब कांग्रेस बिहार में डिजिटल रैली करने जा रही है तो राजद वर्चुअल रैली का समर्थक हो गया।
वहीं उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुये कहा कि 60 दिन बाद कांग्रेस को समझ में आया कि कोरोना महामारी के दौर में जनता से संवाद का माध्यम वर्चुअल ही हो सकता है। सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस बिहार में कई चरणों में वर्चुअल रैली करने जा रही है, लेकिन कांग्रेस जनता से क्या कहेगी?
कांग्रेस और राजद हालात को समझने व सही फैसले करने में हैं सुस्त : भाजपा
सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस और राजद हालात को समझने व सही फैसले करने में इतने सुस्त हैं कि वे करोड़ों लोगों का जीवन बेहतर बनाने वाले त्वरित फैसले नहीं कर सकते। यह क्षमता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सीएम नीतीश कुमार में है, इसलिए बिहार के विकास की रफ्तार लगातार दहाई अंकों में रही। भाजपा नेता ने कहा कि अगर कांग्रेस जब 15 महीने में एक पूर्णकालिक अध्यक्ष नहीं चुन पाई है। तो ऐसे में वह विकास के नीतिगत फैसले क्या कर पाएगी?
सुशील मोदी ने कांग्रेस और राजद के 55 वर्षों के राज को दिखाया आइना
सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस बिहार में कई चरणों में वर्चुअल रैली करने जा रही है, लेकिन कांग्रेस जनता के समक्ष क्या लेकर जायेगी? भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस ने बिहार में अकेले 45 साल सत्ता भोगी है। इसके अलावा लालू प्रसाद यादव की अंगुली पकड़ कर 10 साल बिहार में राज किया।
लेकिन आर्थिक विकास के किसी पैमाने पर इनके पास ऐसी कोई उपलब्धि नहीं, जिसे वह जनता को बता सके। सुशील मोदी ने बताया कि पहले सीएम श्रीकृष्ण सिंह ने ढांचागत विकास के लिए जो नींव के पत्थर लगाये, उस पर परवर्ती सरकारें इमारत नहीं बना सकीं।
सुशील मोदी ने कहा कि बाद में लालू यादव और राबड़ी देवी की सरकार की पालकी ढोती कांग्रेस ने न तो नींव के पत्थर उखड़ने की चिंता की और ना ही बिहार से श्रम, पूंजी व प्रतिभा के सामूहिक पलायन पर कोई सवाल उठाया।