अरुणाचल प्रदेश में सियासी हलचल: तेज प्रताप यादव बोले- जदयू में टूट शुरू, बिहार में भी जल्द होगा सफाया
राजद नेता तेज प्रताप यादव ने भाजपा द्वारा अरुणाचल प्रदेश में जदयू के 6 विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल कराने पर तंज कसा है। राजद नेता ने कहा कि जदयू में टूट शुरू हो चुकी है व बिहार में भी इनका जल्द सफाया हो जाएगा।;
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेज प्रताप यादव ने भाजपा द्वारा अरुणाचल प्रदेश में जदयू के छह विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल कराने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नीतीश कुमार के खिलाफ तंज कसा है। तेज प्रताप यादव ने कहा कि वहां (अरुणाचल प्रदेश) से शुरुआत हो चुकी है। अब बिहार में भी इनका सफाया हो जाएगा। जदयू पूरी तरह टूट चुका है। जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बहुत गलत फैसला लिया व खुद अपनी पीठ में छुरा मारने का काम किया है।
दूसरी ओर राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा है कि इसका मतलब साफ है कि अब भाजपा को नीतीश कुमार की कतई परवाह नहीं है। तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार साहस दिखाकर कोई फैसला लेते हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे।
तिवारी ने कहा कि एक समाचार पत्र में खबर छपी है कि हिंदू जागरण मंच के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी ने मांग की है कि यूपी की ही तरह बिहार में भी लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाया जाए। उन्होंने कहा कि यह आवाज धीरे-धीरे तेज होने वाली है। तिवारी ने कहा कि बिहार विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने जैसे नीतीश कुमार के खिलाफ चिराग पासवान का इस्तेमाल किया उसका मकसद क्या था, यह धीरे-धीरे अब खुलने लगा है।
आपको बता दें, अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी के बाद जदयू दूसरी सबसे बड़ा सियासी दल था। अप्रैल, 2019 में अरुणाचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में जदयू अकले मैदान में उतरा था। जदयू ने 15 सीटों पर चुनाव लड़ा व 7 सीटों पर जीत हासिल की। चार सीटों पर जदयू दूसरे तो तीन पर तीसरे नंबर पर रहा था। वहीं एक सीट पर जदयू चौथे नंबर पर था। 60 विधानसभा सीटों वाले प्रदेश में भाजपा को 41, एनपीईपी को 5 और कांग्रेस को 4 सीटें पाप्त हुई थी। इस प्रकार जदयू अरुणाचल प्रदेश में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी। प्रदेश की राजधानी ईटानगर में भी जदयू ने विजय हासिल की थी। इस सब के बाद भी जदयू ने विपक्ष में बैठने के बजाय सरकार को बाहर से समर्थन दिया था।