अब राशन लेने के लिए नहीं लगाना पड़ेगा अंगूठा, सरकार ने शुरू की ये नई व्यवस्था

बिहार समेत पूरे देश में कोरोना संक्रमण का तेजी से प्रसार जारी है। इसको देखते हुए सरकारी नियमों में भी परिवर्तन किए गए हैं। जो भी लाभुक जन वितरण प्रणाली से अनाज लेते हैं। अब उन्हें पॉश मशीन पर अंगूठा नहीं लगाना पड़ेगा।;

Update: 2021-04-26 09:48 GMT

बिहार (Bihar) में कोरोना वायरस (Corona Virus) लगातार खतरनाक होता जा रहा है। इस कोरोना खतरे (Corona danger) को देखते हुए सरकारी नियमों में कई तरह के परिवर्तन हुए हैं। इस कड़ी में खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग (Bihar PDS System) ने भी बड़ा परिवर्तन किया है। बदलाव ये है कि अब लाभुक (Beneficial) यानि राशन लेने वाले लाभार्थी को जन वितरण प्रणाली (Public distribution system) से अनाज लेते वक्त पॉश मशीन (POS Machine) पर अंगूठा (Thumb) नहीं लगाना पड़ेगा। सरकारी राशन की दुकान (Government ration shop) में ही आंखों का स्कैन (Eye scan) कर उनकी पहचान कराई जाएगी। उसके बाद लाभार्थी को अनाज उपलब्ध करा दिया जाएगा। यह इसलिए किया जा रहा है, जिससे अंगूठा लगाने से होने वाले कोरोना वायरस के खतरे को कम किया जा सके।

खाद्य आपूर्ति विभाग की जानकारी के अनुसार लाभुक की आंखों को स्कैन कराने से कोरोना संक्रमण का भय नहीं होता है। साथ ही बायोमीट्रिक (Biometric) तरीके से सत्यापन भी हो जाएगा। इस संबंध में सभी जिलों के जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों को निर्देश दे दिए गए हैं। अपनी दुकानों पर जल्द से जल्द इस तकनीक की व्यवस्था करा लें। यह पहल इसलिए उठाई जा रहा है, क्योंकि इस कदम की वजह से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन हो जाएगा। बिहार के जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों से ये भी कहा गया है कि अपने-अपने जन वितरण प्रणाली के दुकान पर काम करने वाले सहायकों के साथ-साथ अपने लिए भी मास्क, सेनेटाइजर सहित कोरोना से बचने के लिए सभी एहतियातन कदम उठाने होंगे।

आपको बता दें केंद्र सरकार ने भी निर्णय लिया है कि मई और जून माह में फ्री अनाज दिया जाएगा। यह अनाज जन वितरण प्रणाली की दुकानों पर ही मिलेगा। आशा जताई जा रही है कि उस वक्त तक दुकानो पर भारी भीड़ आ सकती है। इसे देखते हुए पहले से ही कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सभी उपाय किए जा रहे है। बिहार की खाद्य आपूर्ति मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि जन वितरण प्रणाली से हर लाभुक को अनाज मिले ये हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है। साथ ही तेजी से फैलते कोरोना वायरस के बीच लोगों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना भी हमारी बड़ी जिम्मेदारी है। इसको देखते हुए ये बड़ा निर्णय लिया गया है। वहीं बिहार में जन वितरण प्रणाली के लाभुकों की संख्या आठ करोड़ से अधिक है। इस संख्या के आधार पर कोरोना से सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाना बड़ी जिम्मेदारी है। हम जिम्मेदारी को निभाने के लिए हर तरह का प्रयास कर रहे हैं।

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