गढ़वा में एक बार फिर मजदूर सेप्टिक टैंक का हुआ शिकार, दम घुटने से चार की मौत

झारखंड के गढ़वा जिले में सेप्टिक टैंक में उतरे चार मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई। इस घटना में पिता-पुत्र और दो भाई शामिल है। इसके पहले भी इसी जिले में सेप्टिक टैंक की घटना हुई थी।;

Update: 2020-10-14 15:13 GMT

झारखंड के गढ़वा जिले में एक बार सेप्टिक टैंक की घटना सामने आई है। बुधवार को सेप्टिक टैंक में लगे बांस को खोलने के लिए नीचे उतरे चार मजदूर की दम घुटने से मौत हो गई। यह घटना कांडी थाना क्षेत्र के डूमर सोता गांव की है। इस घटना में पिता-पुत्र और दो भाई शामिल है।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद सभी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जहां मृतकों की पहचान मिथिलेश कुमार मेहता, अनिल कुमार मेहता, नागेंद्र मेहता और प्रवीण मेहता के रूप में हुई है।

साथ ही मामले के तहत केस दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।

दम घुटने से मजदूरों की गई जान

बताया जा रहा है कि बुधवार को सेप्टिक टैंक में लगे बांस को खोलने के लिए तीन मजदूर नीचे उतरे थे। काफी देर से टैंक के अंदर से कोई आवाज नहीं आ रहा था। यह देख मौजूद एक और मजदूर उन्हें देखने के लिए नीचे उतरा। इस दौरान पहले उतरे तीन मजदूर के साथ चौथे मजदूर की भी मौत हो गई।

काफी देर से कोई आवाज नहीं मिलने के बाद आसपास के लोगों ने छानबीन करना शुरू किया। जिसमें देखा कि सेप्टिक टैंक में चारों मजदूरों गिरे पड़े हुए हैं। इसके बाद लोगों की मदद से चारों मजदूरों को बाहर निकाल कर कांडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।

जहां स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की गैरमौजदूगी के कारण सभी मजदूरों को रेफरल अस्पताल मझिआंव भेजा गया। यहां के प्रभारी डॉक्टर कमलेश कुमार ने बताया कि सभी मजदूरों की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो चुकी थी।

पहले भी हुई थी सेप्टिक टैंक की घटना

उधर, मौत से भड़के ग्रामीणों ने अस्पताल के गेट में ताला लगा दिया। साथ ही कांडी बाजार को बंद कर सड़क जाम लगा दिया। वहीं, लोगों ने उप स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत चंदू साहब पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। 

इसके पहले 21 जुलाई को गढ़वा के अशोक विहार इलाके में एक निर्माणाधीन मकान के सेप्टिक टैंक में काम करने उतरे पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी।

Tags:    

Similar News