जानें प्रदूषण और कोविड से आपको किस तरह के मास्क बचा सकते हैं?

कोविड (Covid 19) की वजह से लोगों के फेफड़े पहले ही कमजोर हो गए है, ऊपर से प्रदूषण उनके लिए कहर बनकर आया है। लोगों के मन में यही सवाल है कि किस तरह का मास्क उन्हें कोविड और प्रदूषण से बचा सकता है?। आइए जानते हैं कि आपको इस समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किस तरह के मास्क का प्रयोग करना चाहिए।;

Update: 2021-11-21 11:20 GMT

इन दिनों दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए प्रदूषण (Pollution) बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है। लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। प्रदूषण (Air pollution) की वजह से विषाक्त तत्व (Toxic) सांस के जरिए हमारे फेफड़ों में पहुंच जाते हैं, जो कई बड़ी बीमारियों का कारण बन जाते हैं। कोविड (Covid 19) की वजह से लोगों के फेफड़े पहले ही कमजोर हो गए है, ऊपर से प्रदूषण उनके लिए कहर बनकर आया है। लोगों के मन में यही सवाल है कि किस तरह का मास्क उन्हें कोविड और प्रदूषण से बचा सकता है?। आइए जानते हैं कि आपको इस समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किस तरह के मास्क का प्रयोग करना चाहिए। 

किस तरह के मास्क है सही 

कोरोना जैसी बीमारी से बचने के लिए मास्क ही अहम भूमिका निभा रहे हैं। वैक्सीनेशन के बाद भी लोगों को मास्क लगाने की सलाह दी जाती है। वैसे तो कोई भी मास्क प्रदूषक तत्वों को फिल्टर कर अंदर जाने से रोक सकता है। यह मास्क की गुणवत्ता और प्रदूषण स्तर के स्तर पर निर्भर करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मास्क का उपयोग करना चाहिए, जिनमें निस्पंदन वाल्व (Filtration Valve) मौजूद होती है। वहीं कई एक्सपर्ट्स FFP1 मास्क, या N95 मास्क और सर्जरी मास्क लगाने की सलाह देते हैं।  

प्रदूषण से बचाव के उपाय

-घर और आस-पास स्नेक प्लांट, पाम जैसे प्रदूषण प्रतिरोधी पौधे लगाएं। पौधे कार्बनडाई ऑक्साइड और वातावरण में मौजूद जहरीली गैसों को अवशोषित कर ऑक्सीजन छोडते हैं और वातावरण को साफ रखने में मदद करते हैं।

-सर्दी ज्यादा होने या प्रदूषण का स्तर ज्यादा हो, तो बाहर जाते समय मास्क जरूर पहनें। छोटे बच्चे, उम्रदराज लोग और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को बाहर जाने से बचना चाहिए। पॉल्यूशन का लेवल अगर पीएम-2.5 होने पर सर्जिकल या कपड़े का मास्क पहन सकते हैं, लेकिन लेवल पीएम-2.5 से ज्यादा हो तो एन 95 मास्क पहनना ही फायदेमंद है।

-हेल्दी डाइट लें

अपनी डाइट में मॉडरेशन लेवल अपनाएं। डाइट न्यूट्रीशियस और बैलेंस होनी चाहिए। हाई फैट या हाई कार्बोहाइड्रेट डाइट के बजाय विटामिन मिनरल, प्रोटीन कैल्शियम रिच डाइट लें। भरपूर मात्रा में पानी पिएं ताकि शरीर में जाने वाले प्रदूषक कण डाल्यूट होकर शरीर से बाहर निकल जाएं। गर्म पानी पीने से गला साफ रहता है, वायरल इंफेक्शन और खांसी में भी आराम मिलता ह

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