Sudden Heart Attack Problems: अगर किसी को अचानक से आए हार्ट अटैक, तो ऐसे बचाएं जान

Heart Problems: अक्सर ऐसा होता है कि आपके आस-पास कुछ लोग होते हैं और किसी को भी अचानक से हार्ट अटैक आ जाता है। ऐसे में आपको समझ में नहीं आता है कि हुआ क्या है और आपको करना क्या है। आज हम आपको बताएंगे कि इस स्थिति की पहचान कैसे करें और व्यक्ति की जान को कैसे बचाएं।;

Update: 2023-07-27 05:35 GMT

Heart Disease In Hindi: आजकल के समय में खराब डाइट और लाइफस्टाइल (lifestyle) के वजह से लोगों के हेल्थ पर काफी बुरा असर पड़ता है। खराब डाइट के वजह से लोगों की किडनी (kidney) और हार्ट (heart) सबसे ज्यादा प्रभावित होते है। भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में हार्ट के मरीज काफी बढ़ रहे हैं। बच्चों से लेकर बुढ़े लोग इन बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। अगर किसी को अचानक से हार्ट अटैक आ जाएं तो कुछ उपाय करने से मरीज की जान बचाई जा सकती है। यहां आज हम आपको बताएंगे कि ऐसी स्थिति में आप अपनी या किसी और की जान कैसे बचा सकते हैं। 

हार्ट अटैक

जब व्यक्ति के धमनियों (arteries) में अचानक से रक्त का प्रवाह रूक जाता है, तो इस स्थिति को हार्ट अटैक कहते है। ऐसा तब होता है, जब हमारे कोरोनरी आर्टरी (coronary artery) में रक्त का थक्का (blood clot) जमने के वजह हार्ट में रक्त का प्रवाह नहीं हो पाता है और सीने में तेज दर्द होने लगता है, जिसे हार्ट अटैक माना जाता है।

Also Read: Fungal Infection: बरसात में बढ़ रहा फंगल इनफेक्शन, पढ़िये इसके फैलने से लेकर इलाज तक की पूरी जानकारी

हार्ट अटैक के लक्षण

-सीने में तेज दर्द होना

-बाएं हाथ और कंधे में दर्द होना

-सांस लेने में काफी दर्द होना

-बहुत ज्यादा पसीना होना

-गैस होना महसूस करना

ऐसे बचाएं व्यक्ति की जान

सीपीआर (CPR)

अगर आपके आस-पास किसी को हार्ट अटैक आता है, तो CPR देकर उसकी जान बचा सकते हैं। CPR को Cardiopulmonary Resuscitation कहा जाता है।CPR में आप रोगी के सीने में अपने हाथों से जोर से प्रेशर दिया जाता है, जिससे जिससे फेफड़ों में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ाने में हेल्प करता है। इससे हार्ट अटैक के समय सांस न मिलने जैसी स्थिति में व्यक्ति की जान बचाने में मदद की जा सकती है। सीपीआर इमरजेंसी की हालत में दी जाने वाली एक मेडिकल थेरेपी है।

एंजियोप्लास्टी (angioplasty)

हार्ट अटैक के मरीज की जान एंजिओप्लास्टी (Angioplasty) या बायपास सर्जरी (Bypass Surgery) की मदद से बचाई जाती है। ये कार्डियोलॉजी (Cardiology) की ही एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें हार्ट मसल्स तक खून पहुंचाने वाली धमनियों के ब्लॉकेज को खोल दिया जाता है। कई बार ऐसा होता कि कुछ मामलों में रोगियों की कोरोनरी आर्टरीज में स्टेंट्स (Stent) भी डाले जाते हैं, जो खून के प्रवाह में किसी तरह की दिक्कत न आ जाए।

Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाओं की Haribhoomi.com पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

Tags:    

Similar News