Heart Attack से नहीं Cardiac Arrest के कारण होती है नींद में मौत, पढ़ें इसके पीछे का कारण

Heart Attack Vs Cardiac Arrest: कार्डियक अरेस्ट की वजह से हाल ही में कन्नड़ फिल्म अभिनेता-निर्देशक विजय राघवेंद्र की पत्नी स्पंदना की नींद में मौत हो गई। वहीं, मलयालम निर्देशक नितिन सिद्दीकी की हार्ट अटैक से मौत हुई। दिल की ये दोनों बीमारी बेहद ही खतरनाक हैं, आइए आज जानते हैं इन दोनों बीमारियों के बारे में...;

Update: 2023-08-11 12:08 GMT

Heart Attack Vs Cardiac Arrest: पिछले कुछ दिनों में हमने हैरान कर देनी वाली कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) होने से मौत की कुछ ऐसी घटनाएं सुनी, जिन्हें सुनकर बिलकुल भी विश्वास नहीं हो पा रहा था। एक तरफ जहां कन्नड़ फिल्म (Kannada Film) के कलाकार और निर्देशक विजय राघवेंद्र (Vijay Raghavendra) की पत्नी स्पंदना की नींद में ही कार्डियक अरेस्ट पड़ने से मौत हो गई, तो वहीं दूसरी तरफ मलयालम (Malayalam) निर्देशक नितिन सिद्धीकी (Nithin Siddhiqui) की अचानक ह्रदय गति रुक जाने से मौत हो गई। ये दोनों मौत का कारण दिल की ही बीमारी है। आए दिन हम सुनते हैं कि कोई रात में एक दिन ठीक अवस्था में सोया और सुबह ह्रदय गति रुक जाने के कारण उसकी मौत हो गई है। हैरानी की बात यह है कि किसी को भी कैसे सोते वक्त कार्डियक अरेस्ट पड़ सकता है। आइए आज की खबर में हम आपको बताते हैं कि क्या हार्ट अटैक (Heart Attack), कार्डियक अरेस्ट से अलग है।

हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में अंतर

एक न्यूज में छपी खबर के अनुसार हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट दो अलग-अलग बीमारी हैं। कार्डियक अरेस्ट में इंसान के दिल की धड़कन (Heartbeat) रुक जाती है, तो वहीं हार्ट अटैक में दिल की नसों में ब्लॉकेज (Blockage) आ जाते हैं। इसकी वजह से इंसान को भयंकर दर्द होने लगता है। हार्ट अटैक में दिल का धड़कना जारी रहता है, लेकिन कार्डियक अरेस्ट में दिल काम करना ही बंद कर देता है। विशेषज्ञों ने बताया कि इलेक्ट्रिकल एबनॉर्मलिटी की वजह से कार्डियक अरेस्ट आता है और हार्ट अटैक का कारण दिल की नसों में ब्लॉकेज की वजह से होता है। एक शोध में पाया गया है कि ज्यादातर मौतें हार्ट अटैक से नहीं बल्कि कार्डियक अरेस्ट के कारण होती हैं।

क्या है सोते वक्त कार्डियक अरेस्ट पड़ने का मतलब

दिल के मरीज की सोते वक्त जब इलेक्ट्रिकल एबनॉर्मलिटी ठीक से काम नहीं करती है, तो इसका मतलब है कि दिल का इलेक्ट्रिकल सिस्टम ठीक ढंग से काम नहीं कर पा रहा है, यानि वो बीच में काम करना बंद कर देता है। अक्सर सोते वक्त कार्डियक अरेस्ट पड़ने के कारण यह सब हो सकते हैं। लॉन्ग क्यूटी सिंड्रोम, ब्रुगाडा सिंड्रोम और हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी, अचानक कार्डियक अरेस्ट के खतरे को काफी हद तक बढाती हैं। हार्ट यानी कि दिल की मसल्स में कमजोरी होने का कारण दिल की जेनेटिक बीमारी भी हो सकती है।

हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट से कैसे बचें

हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट, इन दोनों खतरनाक बीमारी से बचने का बस एक ही तरीका है कि आप पहले से ही सतर्क हो जाएं और सेहत का ख्याल रखते हुए हेल्दी डाइट लें और बाहर का बना खाना खाने से बचें। साथ ही हर दिन जरूरी एक्सरसाइज करें। इन सब के साथ ही स्ट्रेस यानी की तनाव बिलकुल भी न लें। कुछ महीनों के अन्तराल पर चिकित्सक से जरूर चेकअप करवाएं, ताकि आपके दिल की सही स्थिति आपको पता रहे। 

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