Diwali Special Story: इस स्थान पर हुआ था माता सीता और भगवान राम का स्वयंवर, जानें इससे जुड़ी मान्यता

Diwali Special Story: नौलखा मंदिर में आज भी माता सीता और भगवान राम का विवाह मंडप बना हुआ है। इस मंदिर के आस-पास कुल 115 सरोवर कुंड मौजूद हैं। जानें कहां स्थित है ये मंदिर....;

Update: 2023-10-29 11:18 GMT

Diwali Special Story: साल 2023 में 12 नवंबर को दिवाली का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन लोग अपने घरों को फूलों, लाइटों और दीयों से सजाते हैं। यह पर्व भगवान राम के वनवास से लौटने की खुशी में मनाया जाता है। आज हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर भगवान राम और माता सीता का विवाह हुआ था। नेपाल में मौजूद मंदिर में भगवान राम और माता सीता का स्वयंवर हुआ था। नेपाल के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से यह मंदिर एक है। इस मंदिर की कलाकृति बेहद ही अद्भुत है। जानकी मंदिर को नौलखा मंदिर भी कहते हैं।

श्री राम और माता सीता का स्वयंवर

नौलखा मंदिर भगवान श्री राम का ससुराल माना जाता है, क्योंकि इसी स्थान पर जनक दुलारी ने अपना पूरा बचपन गुजारा था। यह वही जगह है जहां पर माता सीता और भगवान राम का स्वयंवर हुआ था। नेपाल में स्थित इस जगह पर माता सीता से विवाह के लिए भगवान राम ने धनुष तोड़ा था। नौलखा मंदिर के आंगन में आज भी विवाह मंडप बना हुआ है, जहां पर माता सीता और श्री राम ने सात फेरे लिए थे।

कहां मौजूद है मंदिर

नेपाल के काठमांडू शहर से करीब 400 किलोमीटर की दूरी पर नौलखा मंदिर है। मंदिर के निर्माण को लेकर कहा जाता है कि इस मंदिर को राजपुताना महारानी वृषभानु कुमारी ने 1895 ईस्वी से 1911 में बनवाया था।

क्यों कहते हैं नौलखा 

इस मंदिर में 657 ईस्वी में सोने की मूर्ति मिली थी। इस मंदिर को बनाने में कुल नौ लाख रुपये की लागत आई थी, जिस कारण इसे नौलखा मंदिर कहा गया। इस मंदिर के आस-पास कुल 115 सरोवर कुंड हैं, जिसमें परशुराम सागर, धनुष सागर और गंगा सागर को सबसे ज्यादा प्रसिद्ध माना जाता है। 

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