Navratri Garba: गरबा वेट लॉस के साथ स्ट्रेस लेवल को भी करता है कम, जानें इससे मिलने वाले फायदे
Navratri Garba: गरबा या डांडिया डांस नवरात्रि की रौनक और मौज मस्ती बढ़ाने के साथ-साथ सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। आइए जानते हैं विस्तार से...;
Navratri Garba: इस साल के शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) 15 अक्टूबर, 2023 से शुरू हो चुके हैं, जो 23 अक्टूबर, 2023 तक रहेगा और नवरात्रि के 9 दिन के बाद यानी 24 अक्टूबर को दशहरा (विजयादशमी) का त्यौहार मनाया जाएगा। नवरात्रि के दौरान जगह-जगह गरबा या डांडिया (Garba Dance) आयोजन होता है, जिसमें हर उम्र के लोग बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं और खूब मन से गरबा-डांडिया खेलते हैं, लेकिन क्या आपको मालूम है कि गरबा मौज मस्ती के साथ-साथ हमारे शाररिक और मानसिक स्वस्थ्य के लिए भी लाभदायक है। आइये जानते हैं गरबा के फायदे।
दिल और फेफड़े हेल्दी रहते हैं (Heart And Lungs Remain Healthy)
गरबा या डांडिया खेलना एक तरिके से कार्डियो करना ही है। कार्डियो करने से वजन कम होता है, इसके अलावा कार्डियो करने से हार्ट को भी हेल्दी बनाए रखने में मदद मिलती है। कार्डियो करने से फेफडे़ का फंक्शन भी बेहतर रहता है और इसी वजह से सांस से संबंधी परेशानियों का भी सामना नहीं करना पड़ता है।
वजन घटाने में मिलती है मदद (Helps In Weight Loss)
गरबा या डांडिया करते समय पूरी बॉडी एक्टिव और मूवमेंट में रहती है। इस वजह से सिर्फ 15 मिनिट गरबा करने से आप 100-150 कैलोरी बर्न होती है और अगर आधा घंटे गरबा करते हैं, तो 500-700 कैलोरी बर्न कर सकते हैं, जिससे आपका वजन भी घट जाता है। अब आप गरबा मौज मस्ती के लिए करने के साथ साथ वजन घटाने के लिए भी कर सकते हैं।
फैट कम होता है (Waist Fat Reduce)
गरबा या डांडिया करते समय कई प्रकार के स्टेप्स करने होते हैं, जिसमें हाथ-पैरों से लेकर कमर की भी अच्छे से एक्सरसाइज हो जाती है। हालांकि, ऐसा नहीं है के एक दिन में ही किसी की कमर पतली हो जाएगी, लेकिन 9 दिन की नवरात्रि में प्रतिदिन गरबा करके आप ऐसा कर सकते हैं साथ ही गरबा के स्टेप्स को सिख कर बाद में भी घर पर इसे जारी रखकर कमर का फैट घटा सकते हैं।
मेन्टल हेल्थ भी रहती है ठीक (Mental Health Also Remains Fine)
रिसर्च के मुताबिक, संगीत एक ऐसी एक्टिविटी है, जिसमें दिमाग पूरी तरह साथ देता है। कहने का मतलब है दूसरी एक्टिविटी में दिमाग का कोई एक हिस्सा काम करता है। संगीत में ऐसा नहीं है इसमें पूरे दिमाग की इंगेजमेंट होती है और इस वजह से गरबा करते समय स्ट्रेस फ्री होकर करते हैं। यह एक थेरेपी की तरह साबित होता है।
जोडों में दर्द होगा कम (There Will Be Less Pain In Joints)
गरबा डांस करने से जल्द से जल्द अलग-अलग स्टेप्स करने पड़ते हैं, जिससे बॉडी में फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है। इसके अलावा ऐसा करने से जोड़ों का दर्द और अकड़न भी दूर हो सकती है।
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