हेल्दी हार्ट के लिए अपनाएं गुड हैबिट्स
विभिन्न देशों में हृदय रोग संबंधी मृत्यु दर का विश्लेषण किया गया है, उनमें हृदय रोगों की बढ़ती घटनाओं का पता चला है। इसके रिस्क को बढ़ाने वाले कारकों में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या तंबाकू खाने की आदत और मानसिक तनाव शामिल हो सकते हैं;
एक अध्ययन जिसमें भारत सहितविभिन्न देशों में हृदय रोग संबंधी मृत्यु दर का विश्लेषण किया गया है, उनमें हृदय रोगों की बढ़ती घटनाओं का पता चला है। इसके रिस्क को बढ़ाने वाले कारकों में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या तंबाकू खाने की आदत और मानसिक तनाव शामिल हो सकते हैं, जिससे हार्ट अटैक भी पड़ सकता है। इसलिए इन बैड हैबिट्स से दूर रहना चाहिए। कोविड-19 महामारी के वर्तमान दौर में हृदय की देखभाल, चिंता को कम करने और समय पर इसके प्रबंधन के बारे में जागरूकता बढ़ाने की ज्यादा आवश्यकता है। इस बारे में मैक्स सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल, पटपड़गंज, नई दिल्ली में कार्डिएक कैथ लैब के निदेशक और प्रमुख डॉ. मनोज कुमार कहते हैं- लोगों को हृदय रोग संबंधी चेतावनी के संकेतों के बारे में पता होना चाहिए। इन लक्षणों में पसीना आना, सांस फूलना या चक्कर आने के साथ सीने में दर्द होना शामिल हैं। ऐसा होने पर तुरंत किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें। इसके साथ ही हार्ट प्रॉब्लम्स से बचने के लिए किशोरावस्था से ही गुड हैबिट्स को अपनाने और दिल की समस्याओं के जोखिम को कम करने के लिए पैरेंट्स को कुछ बातों पर अमल करना चाहिए।
- बच्चे सही समय पर हेल्दी फूड का सेवन करें, पैरेंट्स को इसका ध्यान रखना चाहिए।
- हाई फैट और हाई शुगर या नमकीन, स्नैक्स का सेचन बच्चे कम ही करें, इसका ध्यान पैरेंट्स को रखना चाहिए।
- बच्चों को शारीरिक रूप से एक्टिव होने का महत्व समझाएं। डेली 60 मिनट की एक्सरसाइज करवाएं।
- बच्चों के लिए लंबे समय तक इनएक्टिव रहना ठीक नहीं है। बच्चों को एक्टिव रखने के लिए घर से बाहर पैरेंट्स भी उनके साथ कोई गेम खेल सकते हैं।