बुखार आने पर अपनाएं ये घरेलू उपचार, जल्द मिलेगा आराम
आमतौर पर शरीर के सामान्य तापमान से अधिक होने की स्थिति को बुखार कहा जाता है। चिकित्सा विज्ञान में बुखार हमारे शरीर को संक्रमण से बचाने का एक तरीका है। इसलिए बुखार को संक्रमण यानि इंफेक्शन से होने वाली बीमारी भी माना जाता है। क्योंकि बुखार होने पर हमारे शरीर पर इंफेक्शन यानि बुरे बैक्टीरिया का हमला होता है जिसे बचाने के लिए शरीर में मौजूद व्हाइट ब्लड सेल्स एक्टिव हो जाते हैं।;
जब भी मौसम बदलाव आता है तो अधिकतर लोग खांसी-जुकाम के साथ बुखार के शिकायतें करते नजर आते हैं। सब बुखार के लक्षण,कारण और उपचार भी अलग-अलग होतें हैं। इसलिए आज हम आपको बुखार के कारण,लक्षण और उपचार बता रहे हैं। जिसे अपनाकर आप जल्द ही शरीर का तेज तापमान को कम कर सकते हैं।
क्या है बुखार
आमतौर पर शरीर के सामान्य तापमान से अधिक होने की स्थिति को बुखार कहा जाता है। चिकित्सा विज्ञान में बुखार हमारे शरीर को संक्रमण से बचाने का एक तरीका है। इसलिए बुखार को संक्रमण यानि इंफेक्शन से होने वाली बीमारी भी माना जाता है। क्योंकि बुखार होने पर हमारे शरीर पर इंफेक्शन यानि बुरे बैक्टीरिया का हमला होता है जिसे बचाने के लिए शरीर में मौजूद व्हाइट ब्लड सेल्स एक्टिव हो जाते हैं। जिससे शरीर का तापमान बढ़ता है और शरीर में कंपकंपी महसूस होती है।
बुखार के लक्षण
- बदन टूटने व थकान
- कंपकंपी
- चक्कर आना
- गले व जोड़ों में दर्द
- मांसपेशियों में खिंचाव
बुखार के उपचार
- सबसे पहले बुखार की जांच करवाएं
- इंसान की बॉडी पर आइस पैक भी रख सकते हैं
- ठंडे पानी की पट्टियां रखें
- तुलसी और गिलोय के पत्तों के काढ़े का सेवन करें
- मरीज को नहला दें
- मरीज को ठंडी हवा दें