tobacco control : तंबाकू नियंत्रण के दृष्टिकोण में एक बड़े बदलाव का आह्वान

तम्बाकू का उपयोग भारत और दुनिया के सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा है;

Update: 2023-10-05 11:02 GMT

नई दिल्ली। तम्बाकू का उपयोग भारत और दुनिया के सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, तंबाकू से हर साल 8 मिलियन से अधिक लोगों की मौत होती है, जिसमें 1.3 मिलियन धूम्रपान न करने वाले भी शामिल हैं, जो सेकेंड-हैंड धुएं के संपर्क में आने से मर जाते हैं। तम्बाकू दुनिया भर में मौत का प्रमुख रोके जा सकने वाला कारण है। डब्ल्यूएचओ का अनुमान है कि दुनिया भर में 1 बिलियन से अधिक लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं, और 30 वर्ष से अधिक आयु के वयस्कों में होने वाली सभी मौतों में से 13% का कारण तम्बाकू का उपयोग है।

मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और लंदन ऑन्कोलॉजी क्लिनिक के संस्थापक भागीदार डॉ. पीटर हार्पर ने वैश्विक तंबाकू महामारी से निपटने के लिए अभिनव रणनीतियों (innovative strategies) का पता लगाने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर प्रकाश डाला। पॉलिसी सर्कल' द्वारा आयोजित डॉक्टरों की एक गोलमेज़ बैठक में उन्होंने कहा कि तम्बाकू से होने वाले नुकसान में कमी की पुनर्कल्पना की तात्कालिक जरूरत सार्वजनिक स्वास्थ्य चर्चा का एक प्रमुख बिन्दु है।

धूम्रपान बंद करने की वकालत करते हुए डॉ. हार्पर ने तंबाकू की लत से उत्पन्न होने वाली विकट चुनौतियों की ओर इशारा किया। क्लिनिकल परीक्षणों में अपनी व्यापक भागीदारी और दवा कंपनियों के साथ सहयोग के अनुभवों से लबरेज डॉ. हार्पर ने इस नुकसान को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रकाश डाला, और केवल इसके भयावह परिणामों का इलाज करने की बजाय कैंसर को रोकने की आवश्यकता पर जोर दिया।

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