चमकी बुखार : प्रेग्नेंसी में लीची खानी चाहिए या नहीं, जानें यहां
Chamki Fever: गर्भावास्था (Pregnancy) में महिलाओं की सेहत का खास ख्याल रखा जाता है। क्योंकि इस दौरान महिलाओं को बहुत सारे शारीरिक (Physically) और मानसिक (Mentally) बदलावों से गुजरना होता है। जिससे चिड़चिड़ापन (Irritability), शरीर में दर्द होना( Body ace) मॉर्निग सिकनेस (Morning Sickness) जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अक्सर डॉक्टर्स गर्भवती महिलाओं को नियमित रुप से मौसमी फलों का सेवन करने की सलाह देते हैं। अगर आप गर्भवती है और गर्मियों में आने वाले फलों में से एक लीची का सेवन करती हैं, तो सावधान हो जाएं। क्योंकि इस समय कच्ची और अधपकी लीची का सेवन करने से खतरनाक और गंभीर चमकी बुखार होने का खतरा बढ़ गया है। इसलिए आज हम आपको लीची के फायदे (Litchi ke Fayde), प्रेग्नेंसी में लीची खानी चाहिए या नहीं (litchi Eating in pregnancy or not) और लीची का सेवन करने का सही तरीका ( right way to take litchi) बता रहे हैं। जिससे आप समय रहते चमकी बुखार या अन्य बीमारी होने से बच सकें।;
Chamki Fever: गर्भावास्था (Pregnancy) में महिलाओं की सेहत का खास ख्याल रखा जाता है। क्योंकि इस दौरान महिलाओं को बहुत सारे शारीरिक (Physically) और मानसिक (Mentally) बदलावों से गुजरना होता है। जिससे चिड़चिड़ापन (Irritability), शरीर में दर्द होना( Bodyace) मॉर्निग सिकनेस (Morning Sickness) जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अक्सर डॉक्टर्स गर्भवती महिलाओं को नियमित रुप से मौसमी फलों का सेवन करने की सलाह देते हैं। अगर आप गर्भवती है और गर्मियों में आने वाले फलों में से एक लीची का सेवन करती हैं, तो सावधान हो जाएं। क्योंकि इस समय कच्ची और अधपकी लीची का सेवन करने से खतरनाक और गंभीर चमकी बुखार होने का खतरा बढ़ गया है। इसलिए आज हम आपको लीची के फायदे (Litchi ke Fayde), प्रेग्नेंसी में लीची खानी चाहिए या नहीं (litchi Eating in pregnancy or not) और लीची का सेवन करने का सही तरीका ( right way to take litchi) बता रहे हैं। जिससे आप समय रहते चमकी बुखार या अन्य बीमारी होने से बच सकें।
लीची के पौषक तत्व :
मिनरल्स
विटामिन सी
विटामिन बी6
फोलेट
कॉपर
पोटेशियम
गर्भावास्था में लीची खानी चाहिए या नहीं...
1. गर्भवती महिलाओँ के लिए लीची का सेवन करना वैसे तो फायदेमंद होता है। क्योंकि लीची में पानी के अलावा,आयरन मिनरल्स, विटामिन सी, बी6, फोलेट, कॉपर, पोटेशियम जैसे शरीर के लिए जरूरी पौषक तत्व मिलते हैं। जिससे शरीर में पानी की कमी को पूरा किया जा सकता है।
2. प्रेग्नेंसी में नियमित रुप से सीमित मात्रा में लीची का सेवन करने से शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। क्योंकि लीची में विटामिन सी के अलावा एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व भरपूर पाए जाते हैं। जिससे सर्दी, जुकाम, फ्लू से बचा जा सकता है।
3.प्रेग्नेंसी में लीची खाने से प्रचुर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जिससे शरीर में मौजूद आयरन का अवशोषण सुचारु रुप से हो पाता है। इसलिए लीची खाने से खून का संचार और हिमोग्लोबिन के स्तर को सामान्य बनाए रखता है। लीची खाने से एनीमिया का खतरा भी कम होता है।
4. लीची में बहुत सारे एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में रोजाना लीची का सेवन करने से त्वचा में निखार आता है और मुंहासों, पिग्मेंटेशन आदि से छुटकारा मिलता है।
5.प्रेग्नेंसी में महिलाओं को सीमित मात्रा में ही लीची का सेवन करना चाहिए। क्योंकि लीची में प्राकृतिक रुप से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है जो कि शिशु के के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए लीची का सेवन करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरुर लें।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App