चॉकलेट से कम हो सकता है हार्ट अटैक का खतरा
चॉकलेट्स में हार्ट के लिए फायदेमंद अनेक पोषक तत्व- जैसे फ्लैवोनोइड्स, मिथाइल जैनथाइंस, पॉलीफेनॉल्स और स्टीयरिक एसिड आदि होते हैं। ये सभी तत्व इंफ्लेमेशन को कम कर के शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं। इस शोध के लिए वैज्ञानिकों और हेल्थ एक्सपर्ट्स ने पिछले पांच दशकों में चॉकलेट्स पर हुए सभी शोधों का विश्लेषण किया है। छः अध्ययन शामिल किए गए, जिसमें 3,36,289 लोगों ने पार्टिसिपेट किया।;
चॉकलेट खाना अधिकतर लोगों को पसंद होता है। आमतौर पर इनके ज्यादा सेवन से बचने की सलाह दी जाती है लेकिन हाल ही में हुए एक शोध की मानें तो सप्ताह में एक बार चॉकलेट खाना दिल को तंदुरुस्त रखने में सहायता करता है। यह बात लंबे समय से कही जा रही है कि चॉकलेट्स में खास एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जिन्हें हृदय के लिए लाभदायक माना जाता है। हां, क्रीम चॉकलेट के बजाय डार्क चॉकलेट्स का सेवन अधिक बेहतर विकल्प है क्योंकि यह चॉकलेट का ज्यादा नेचुरल फॉर्म है।
यह शोध 'यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है। यह जर्नल 'यूरोपियन सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी' के द्वारा प्रकाशित किया जाता है। इसी कारण इस शोध को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। शोध के लेखक डॉ. चैयक्रित कृत्तनवोंग (बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन) ने बताया कि चॉकलेट्स आपके हार्ट की रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखती है और पहले हुए कई अध्ययनों में भी सामने आ चुका है कि चॉकलेट्स का सेवन ब्लड प्रेशर और ब्लड वेसल्स के लिए फायदेमंद है।
चॉकलेट्स में हार्ट के लिए फायदेमंद अनेक पोषक तत्व- जैसे फ्लैवोनोइड्स, मिथाइल जैनथाइंस, पॉलीफेनॉल्स और स्टीयरिक एसिड आदि होते हैं। ये सभी तत्व इंफ्लेमेशन को कम कर के शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं। इस शोध के लिए वैज्ञानिकों और हेल्थ एक्सपर्ट्स ने पिछले पांच दशकों में चॉकलेट्स पर हुए सभी शोधों का विश्लेषण किया है। छः अध्ययन शामिल किए गए, जिसमें 3,36,289 लोगों ने पार्टिसिपेट किया।
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इन सभी लोगों के चॉकलेट खाने की आदतों और चॉकलेट की मात्रा का डाटा बनाया गया। सभी अध्ययनों में लगभग नौ सालों तक प्रतिभागियों के चॉकलेट सेवन पर नजर रखी गई और परिणाम आए कि इनमें से सिर्फ 14,043 लोगों को धमनियों संबंधी रोग हुए और 4,667 लोगों को हार्ट अटैक हुआ। हालांकि यह रिसर्च चॉकलेट की मात्रा और क्वालिटी के बारे मंश नहीं बताती है, अतः इस विषय पर और अधिक स्पष्टता के साथ अध्ययन किए जाने की जरूरत है।