जब गर्दन का रंग हो जाए डार्क तो करें ये उपाय
गर्दन के कालेपन को दूर करने के लिए आप ब्लीच का सहारा लें। इसके बाद गर्दन की स्किन पर कच्चे पपीते का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। इसके लिए पहले कच्चे पपीते की एक फांक लेकर गले पर धीरे-धीरे रगड़िए। अपनी गर्दन पर इसे लगाकर आधे घंटे के लिए छोड़ दें।;
मेरी उम्र 20 साल है। मेरा रंग गोरा है लेकिन चेहरे की तुलना में गर्दन की रंगत बहुत डार्क है। कृपया बताएं कि गर्दन की रंगत निखारने के लिए क्या करूं?
- बबली, रायपुर
गर्दन के कालेपन को दूर करने के लिए आप ब्लीच का सहारा लें। इसके बाद गर्दन की स्किन पर कच्चे पपीते का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। इसके लिए पहले कच्चे पपीते की एक फांक लेकर गले पर धीरे-धीरे रगड़िए। अपनी गर्दन पर इसे लगाकर आधे घंटे के लिए छोड़ दें। बाद में इसे साफ पानी से धो लें। कच्चे पपीते में पैपीन नाम का एंजाइम होता है, जो त्वचा के कालेपन को दूर करता है। इसमें विटामिन ए, सी, ई, मैग्नीशियम और पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, इसलिए यह स्किन के लिए बहुत अच्छा होता है। इसी के साथ ही आप हर रोज रात को एएचए (एल्फा हाईड्रॉक्सी एसिड) क्रीम का इस्तेमाल गर्दन पर करें।
मेरे फेस के राइट साइड पर एक व्हाइट स्पॉट है, जिसके कारण मैं बहुत परेशान हूं । कृपया बताएं कि इसके लिए मैं क्या करूं?
- रूबिका, चांपा
आप सबसे पहले एक अच्छे स्किन स्पेशलिस्ट से इसके बारे में सलाह लें। यह ल्यूकोडर्मा का पैच हो सकता है। अगर उनकी जांच में ऐसा डायग्नोज होता है तो प्रॉपर दवाएं लीजिए। इसके बाद कुछ दिनों तक दवाइयों से अगर आपका पैच बढ़ नहीं रहा तो परमानेंट मेकअप के जरिए आपको ट्रीटमेंट देकर उस व्हाइट स्पॉट को सामान्य बनाया जा सकता है। इस ट्रीटमेंट में व्हाइट स्पॉट में स्किन से मिलता-जुलता कलर भरकर उसे आस-पास की स्किन के रंग का बना दिया जाता है। अगर आपका व्हाइट स्पॉट ल्यूकोडर्मा का पैच नहीं है तो आप घरेलू उपाय अपना सकती हैं।
कई बार व्हाइट स्पॉट बैक्टीरिया या फंगस के इंफेक्शन की वजह से भी हो जाते हैं। इसके लिए पानी और सेब के सिरके को दो-एक के अनुपात में मिला लें। इसे कुछ-कुछ देर में धब्बों पर लगाते रहिए। ऐसा करने से धब्बे जल्दी साफ हो जाएंगे। शहद में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। शहद को धब्बों पर लगाने से फायदा होगा लेकिन अगर आप इसे चंदन पावडर, हल्दी, राइस पावडर के साथ मिलाकर लगाती हैं तो ये और भी कारगर साबित होगा।
लेंस के साथ मुझे काजल लगाने में दिक्कत होती है। अगर काजल न लगाऊं तो आंखें बड़ी सूनी लगती हैं। मैं क्या करूं?
- यामिनी, रोहतक
लाइनर, काजल को लेंस और चश्मे के साथ इस्तेमाल करने से परेशानी तो होती है। जैसे लेंस लगाकर लाइनर, काजल लगाने से आंखों से पानी बह सकता है तो वहीं बाद में लेंस लगाने से इनके फैलने का डर रहता है। आपकी यह समस्या परमानेंट आईलाइनर और काजल से सुलझ सकती है। परमानेंट आईलाइनर और काजल लगाते समय एक ही बार अच्छी क्वालिटी के कलर फिल कर दिए जाते हैं और इससे आप हर पल अपनी आंखों को कजरारी दिखा सकती हैं।
इसके लिए एक प्रोफेशनल पहले आपकी आंखों की शेप के हिसाब से आपकी आंखों में सामान्य लाइनर और काजल लगाकर आपको दिखा देते हैं, उसके बाद ही वह आपकी पसंद के अनुसार परमानेंट लाइनर और काजल लगाते हैं। यह परमानेंट लाइनर और काजल आराम से 15 साल तक टिक जाता है।