Health Tips: दही खाते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां वर्ना हो सकते हैं कई नुकसान

Health Tips: मलाईदार, थोड़ा खट्टा, दही (Curd) वैदिक काल से हमारे और हमारे पूर्वजों के आहार का हिस्सा रहा है। आयुर्वेद में दही खाने के सही तरीकों के बारे में बताया गया है। गलत तरह से किया गया दही का सेवन हमारे लिए हानिकारक भी हो सकता है। दही का सेवन करते समय हमें इन बातों पर खास ध्यान देना चाहिए...;

Update: 2022-02-17 09:31 GMT

Health Tips: मलाईदार, थोड़ा खट्टा, दही (Curd) वैदिक काल से हमारे और हमारे पूर्वजों के आहार का हिस्सा रहा है। पूरे भारत में लोग अपने पाचन स्वास्थ्य (Digestive Health) और इम्यूनिटी को बढ़ाने (Immunity Growth) के लिए भोजन के बाद या भोजन के साथ दही का सेवन (Consumption of Curd) करते हैं। दही चावल, रायता, दही-चीनी से लेकर दही तक, इस दूध उत्पाद के सेवन के कई तरीके हैं। उबले हुए दूध को प्राकृतिक रूप से खट्टा करके बनाये गए दही में कई तरह के गुड बैक्टीरिया (Good Bacteria) होते हैं जो हमारे पाचन तंत्र को पोषण देते हैं और इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं।

दही उन लोगों के लिए दूध के रिप्लेसमेंट के रूप में भी कार्य करता है जो लैक्टोज इनटोलरेंट हैं और कैल्शियम और फॉस्फोरस की आवश्यकता का ख्याल रखते हैं। फरमेंटिंग बैक्टीरिया (Fermenting Bacteria) में पाया जाने वाले लैक्टोज एंजाइम की मदद से दूध लैक्टिक एसिड में बदल जाता है। राइबोफ्लेविन, विटामिन ए, विटामिन बी6, विटामिन बी12 और पैंटोथेनिक एसिड के पावरहाउस दही में लैक्टिक एसिड भी होता है जो पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है। लेकिन अगर आप इसके भरपूर लाभ चाहते हैं तो दही खाने के सही तरीकों के बारे में जानना बहुत जरूरी होता है। आयुर्वेद में दही खाने के सही तरीकों के बारे में बताया गया है। गलत तरह से किया गया दही का सेवन हमारे लिए हानिकारक भी हो सकता है। दही का सेवन करते समय हमें इन बातों पर खास ध्यान देना चाहिए...

  • दही को गर्म नहीं करना चाहिए। यह गर्म करने के कारण अपने गुणों को खो देता है।
  • मोटापे, कफ विकार, ब्लीडिंग डिसॉर्डर और इंफ्लेमेशन वाले लोगों को दही से बचकर रहना चाहिए।
  • रात के समय दही का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • रोजाना दही का सेवन नहीं करना चाहिए। आप सिर्फ मट्ठा या छाछ का डेली सेवन सेंधा नमक, काली मिर्च और जीरा जैसे मसालों के साथ करना ठीक रहता है।
  • दही का सेवन फलों के साथ नहीं करना चाहिए क्योंकि यह एक चैनल ब्लॉकर असंगत भोजन है। लंबे समय तक सेवन से मेटाबॉलिज्म संबंधी समस्याएं और एलर्जी हो सकती है।
  • मांस और मछली के साथ दही नहीं खाना चाहिए। चिकन, मटन या मछली जैसे मांस के साथ पकाए गए दही का कोई भी संयोजन शरीर में जहर पैदा करता है। 
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