Health Tips: बढ़ते बच्चों का रखें खास ख्याल, एक्सपर्ट से जानें कैसे बनाएं उनकी डाइट हेल्दी और बैलेंस्ड

10-12 वर्ष की एज के बाद यानी टीनएज में बच्चों का शारीरिक-मानसिक विकास तेजी से होता है। इसलिए उनकी डाइट हेल्दी-न्यूट्रिशस होनी चाहिए ताकि उनका विकास बाधित ना हो। कैसी हो इस एज के बच्चों की डाइट, जानिए।;

Update: 2022-04-21 09:33 GMT

Health Tips: हेल्थ (Health) का ख्याल सबको रखना चाहें बच्चे हों या बड़े। बढ़ते हुए बच्चों की हेल्थ और डाइट (Growing Child Health and Diet) पर थोड़ा ज्यादा ध्यान देना होता है ताकि बच्चों की ग्रोथ ठीक से हो पाए और उन्हें किसी भी तरह की शारीरिक कमजोरियां घेर न पाएं। दिल्ली के जीटीबी अस्पताल की सीनियर डाइटीशियन अंजलि शर्मा (Anjali Sharma) ने हमारे साथ बातचीत में बताया कि ग्रोइंग बच्चों की डाइट न्यूट्रिशस (Nutritious) होने के साथ बैलेंस्ड (Balanced) भी होनी चाहिए, क्योंकि जरूरत से ज्यादा कैलोरी लेने पर ओवर वेटेड (Over Weighted) होने का रिस्क रहता है तो कम कैलोरी लेने पर वीकनेस (Weakness) आ सकती है। इसलिए उनकी डाइट ऐसी होनी चाहिए, जिससे वे हेल्दी-फिट रहें, बीमारियों से बचे रहें और उनका डेवलपमेंट भी अच्छी तरह से हो सके। इसके लिए जरूरी है कि डेली उन्हें शरीर की आवश्यकतानुसार कैलोरी दी जाए। कैलोरी की मात्रा, उम्र और फिजिकल एक्टिविटीज से डिसाइड होती है। डॉक्टर्स के अनुसार टीनएजर्स को किसी भी एज के मुकाबले सबसे ज्यादा मात्रा में कैलोरी की आवश्यकता होती है। उम्र बढ़ने के साथ इसकी मात्रा कम होती जाती है।

कार्बोहाइड्रेट-फैट-प्रोटीन

कैलोरी इनटेक को बैलेंस रखने के लिए टीनएजर्स को निश्चित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, फैट और प्रोटीन देना चाहिए, क्योंकि कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा से शारीरिक-मानसिक विकास अच्छे से होता है। इसी तरह फैट शरीर की कोशिकाएं मजबूत करने के लिए, हार्मोन मैन्युफेक्चर करने के लिए, ऊर्जा प्रदान करने और अंगों की रक्षा करने के लिहाज से लाभदायक होता है। इसके साथ ही सभी न्यूट्रिएंट्स उनकी डाइट में शामिल करने चाहिए।

इन्हें करें डाइट में शामिल

  • इस एज में बच्चों को कैल्शियम की अधिक जरूरत होती है, जिससे हड्डियां मजबूत रहें। इसके लिए दूध, दही, पनीर या इससे बने उत्पाद देने चाहिए।
  • हरे पत्ते वाली सब्जियां उन्हें अधिक खिलानी चाहिए। इनमें आयरन की मात्रा अधिक होती है। गुड़ और चना मिक्स कर खाने से आयरन की कमी नहीं होती है।
  • फाइबर युक्त भोजन उन्हें अधिक खिलाएं।
  • मसल्स को मजबूत और अच्छी तरह विकसित करने के लिए प्रोटीन रिच डाइट, दालें, अनाज खूब खिलाना चाहिए।
  • उनके भोजन में कई कलर और न्यूट्रिएंट्स वाले फल-सब्जियां शामिल करें। इससे आपको आवश्यक विटामिन और अन्य आवश्यक तत्व मिलते रहेंगे।
  • प्रतिदिन उन्हें आठ से दस गिलास पानी पीने को कहें, इससे शरीर में नमी बनी रहती है। लेकिन खाना खाने के बीस मिनट बाद ही पानी पीना चाहिए।

इनसे बचें

  • बच्चों की डाइट में फैट वाली चीजें ज्यादा मात्रा में शामिल ना करें। उनको अधिक तली-भुनी चीजें और फास्ट फूड ना खिलाएं।
  • इस बात का ध्यान रखें कि वे एक साथ अधिक मात्रा में खाना ना खाएं। इससे शरीर में अधिक कैलोरी पहुंचती है। छोटे-छोटे मील्स के रूप में दिन में कई बार उन्हें खाने को दें।
  • बच्चों को खाने के साथ पानी ना पीने के लिए प्रेरित करें, इससे उनका पाचन सही रहेगा।

लेखक- अनुष्का पांडेय (Anushka Pandey)

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