खतरनाक हो सकता है इन सिंपटम्स को इग्नोर करना

जब भी शरीर में किसी बीमारी की शुरुआत होती है तो उसके इंडिकेशंस, कई सिंपटम्स के रूप में नजर आने लगते हैं। लेकिन अकसर लोग इन्हें इग्नोर करते हैं। ऐसा करना खतरनाक हो सकता है। इसलिए इन सिंपटम्स के बारे में अपने डॉक्टर से कंसल्ट करने में देर न करें।;

Update: 2020-12-07 10:42 GMT

आज की अस्वस्थ जीवनशैली, खान-पान की आदतों में बदलाव, तनाव का बढ़ता स्तर और अनिद्रा की समस्या ने स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर दिया है। इससे लोग अनेक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इन बीमारियों के संकेत शुरुआत में ही कुछ छोटी समस्याओं के रूप में दिखने शुरू हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि समय रहते इन संकेतों की जांच कराएं और ट्रीटमेंट शुरू करें। दरअसल, संतुलित अवस्था में ही हमारे सभी तंत्र एक बेहतरीन समन्वय के साथ अपने निर्धारित कार्य करते हैं और हमारा शरीर सामान्य और स्वस्थ रहता है। यह संतुलन तब प्रभावित होता है, जब शरीर के किसी भाग के साथ कोई समस्या होती है। आंतरिक संतुलन गड़बड़ाने के संकेत बाहरी रूप से भी दिखाई देने लगते हैं। अगर संकेत ज्यादा गंभीर न हों तब भी नजर-अंदाज न करें, क्योंकि जब आंतरिक असंतुलन बढ़ने लगता है तभी शरीर अलग-अलग लक्षणों के रूप में संकेत देता है कि उसके साथ कुछ समस्या है। अगर समय रहते इन लक्षणों के कारणों का पता लगा लिया जाए तो गंभीर बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है और अगर आप किसी बीमारी की चपेट में आ ही गए हैं तो तुरंत उपचार के द्वारा इसे घातक स्तर पर पहुंचने से रोका जा सकता है। सीढ़ियां चढ़ते हुए सांस फूलना, सिरदर्द होना, खांसी आना, उल्टी होना, काम करते हुए ऊर्जा की कमी या थकान महसूस होना जैसी बातों को अधिकतर लोग गंभीरता से नहीं लेते, उन्हें लगता है, ये सब मामूली लक्षण हैं, अपने आप ठीक हो जाएंगे। लेकिन ऐसा सोचना हेल्थ के लिए हार्मफुल हो सकता है।

तेज सिरदर्द

सिरदर्द सबसे सामान्य स्वास्थ्य समस्या है। सिरदर्द क्यों होता है इसके कईं कारण हो सकते हैं; अनिद्रा, भावनात्मक समस्याएं, तनाव, उच्च रक्तदाब, माइग्रेन, डिहाइड्रेशन, मेनेनजाइटिस, ब्रेन ट्युमर, मस्तिष्क में या उसके आस-पास ब्लड क्लॉट आदि। कईं लोगों में अत्यधिक पेनकिलर के सेवन से भी सिरदर्द ट्रिगर हो जाता है। हर किसी को कभी न कभी सिरदर्द की समस्या होती है, यह कोई गंभीर बात नहीं है। लेकिन अगर सिरदर्द अचानक और बहुत तेज हो या लगातार कई दिनों तक बना रहे तो समझिए कि मामला गंभीर है।

सांस फूलना

पहले आप 3-4 मंजिल सीढ़ियां चढ़ लेते थे और आपको कुछ नहीं होता था, लेकिन अब अगर दो-चार सीढ़ियां चढ़ने या पैदल चलने में सांस फूलने लगे तो इसका कारण हृदय और फेफड़ों से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। अगर अचानक आपकी सांस फूलने लगे तो इसका कारण अस्थमा, लो ब्लड प्रेशर या पल्मोनरी एमबोलिज्म (फेफड़े में ब्लड क्लॉट) हो सकता है। मोटापा, एंग्जाइटी और एलर्जिक रिएक्शन के कारण भी सांस फूल सकती है।

लगातार थकान रहना

अधिक काम करने या नींद पूरी नहीं होने के कारण हम कभी-कभी थका हुआ महसूस करते हैं, यह कोई गंभीर बात नहीं है। अगर आप कईं दिनों तक लगातार थकान महसूस करते हैं तो यह एक्यूट लिवर फेलियर, एनीमिया, कैंसर, क्रॉनिक संक्रमण, डायबिटीज, स्लीप एपनिया आदि का संकेत हो सकता है। तनाव, अवसाद, मोटापे, शारीरिक सक्रियता की कमी और खान-पान की गलतियों के कारण भी कई लोग थकान महसूस करते हैं।

वजन में बदलाव

जब बिना किसी प्रयास के आपके वजन में बदलाव आने लगे तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। अचानक वजन कम होने का कारण कैंसर, अति सक्रिय थायरॉइड ग्रंथि या लिवर से संबंधित समस्याएं हैं। अगर वजन में लगातार उतार-चढ़ाव आए तो इसका कारण कोई मानसिक स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। अगर एक महीने में आपका 4-5 किलो वजन कम हो जाए तो यह कैंसर का प्रारंभिक लक्षण हो सकता है।

लगातार खांसी आना

सर्दी और बुखार के कारण खांसी हो सकती है, लेकिन यह थोड़े दिन में ठीक हो जाती है। कभी-कभी खांसी होना कोई चिंता की बात नहीं है। लेकिन अगर बच्चों में चार सप्ताह तक या वयस्कों में आठ सप्ताह तक लगातार खांसी की समस्या बनी रहे तो इसे गंभीरता से लें। लगातार खांसी चलने के कारण एक या एक से अधिक हो सकते हैं। अस्थमा, एसिड रिफ्लक्स, छाती के संक्रमण, जीईआरडी, टीबी, सीओपीडी (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज़) जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं लगातार होने वाली खांसी का कारण हो सकती हैं। अगर बलगम में खून आए तो यह फेफड़ों के कैंसर का संकेत हो सकता है।

समय पर कराएं जांच

शरीर में किसी भी प्रकार की असामान्यता दिखाई दे तो तुरंत डायग्नोसिस कराएं, प्रथम चरण में अधिकतर स्वास्थ्य समस्याएं या तो पूरी तरह ठीक हो जाती हैं या उन्हें नियंत्रित कर सामान्य और स्वस्थ जीवन जीना संभव हो पाता है। अगर आपके साथ अचानक कोई समस्या होने लगे जो पहले कभी नहीं हुई तो सतर्क हो जाएं। अगर यह समस्या थोड़े समय में अपने आप ठीक हो जाए तो कोई परेशानी नहीं है, लेकिन जब यह लंबे समय तक रहे और समय के साथ गंभीर हो जाए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


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