घंटों बैठकर करते हैं काम तो हो जाएं सावधान, हो सकता है कैंसर का खतरा
बहुत सारे लोगों की नौकरी ही ऐसी होती है, जिसमें उन्हें छः से आठ घंटे तक लगातार बैठे रहना होता है। इस जीवनशैली से मोटापा, हड्डियों में दर्द जैसी बीमारियों के बारे में तो लोग जानते हैं लेकिन हाल में हुई एक रिसर्च से यह निष्कर्ष भी निकला है कि देर तक बैठने के कारण व्यक्ति को कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। यह शोध ‘जामा ऑन्कोलॉजी’ नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ है।;
देर तक बैठे रहने के नुकसान हम काफी समय से सुनते आ रहे हैं। बहुत सारे लोगों की नौकरी ही ऐसी होती है, जिसमें उन्हें छः से आठ घंटे तक लगातार बैठे रहना होता है। इस जीवनशैली से मोटापा, हड्डियों में दर्द जैसी बीमारियों के बारे में तो लोग जानते हैं लेकिन हाल में हुई एक रिसर्च से यह निष्कर्ष भी निकला है कि देर तक बैठने के कारण व्यक्ति को कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। यह शोध 'जामा ऑन्कोलॉजी' नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इसके अनुसार देर तक बैठने की आदत कैंसर के खतरे को बढ़ा देती है।
एंडरसन कैंसर सेंटर (यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास) के क्लीनिकल कैंसर विभाग में प्रोफेसर डॉ. सुजान गिलक्रिस्ट बताते हैं कि ये अपने तरह की पहली स्टडी है, जिसमें बैठे रहने की आदत और कैंसर के बीच संबंध बताया गया है। उनके अनुसार दिन में सिर्फ 30 मिनट की हल्की-फुल्की या तेज एक्सरसाइज करने से इस खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इस स्टडी में यह समझाने का प्रयास किया गया है बैठना कम चाहिए और कोई न कोई एक्टिविटी करते रहना आवश्यक है।
Also Read: मानसून में क्यों होती हैं पेट से जुड़ी समस्याएं, जानें डॉक्टर की सलाह और इसके बचाव
शोध में करीब आठ हजार लोगों को सम्मिलित किया गया था और सबको एक-एक ट्रैकिंग डिवाइस दिया गया, जिसमें एक्सेलोमीटर लगा हुआ था। ये डिवाइस लगातार 7 दिनों तक लोगों के चलने-फिरने, बैठने और खेलने की आदतों को ट्रैक करता रहा। अध्ययन की शुरुआत 2009 में की गई, तब इनमें से कोई भी व्यक्ति कैंसर का शिकार नहीं था लेकिन 5 साल बाद 2013 में जब वैज्ञानिकों ने दोबारा अध्ययन किया तो पाया कि जो लोग बहुत कम फिजिकल एक्टिविटी करते थे और दिन के ज्यादातर समय बैठे या लेटे रहते थे, उनमें थोड़ा बहुत घूमने, टहलने और एक्सरसाइज करने वाले लोगों की अपेक्षा कैंसर से मौत का खतरा 82% तक बढ़ गया था। इसलिए यह जरूरी है कि हम प्रतिदिन कम से कम तीस से पैंतालीस मिनट का समय योग, जिम, वॉकिंग या इसी तरह की किसी भी शारीरिक गतिविधि के लिए निकालें।