Tests During Pregnancy : प्रेगनेंसी के 3 महीनों में जरूर कराने होते हैं ये टेस्ट, वरना...
Tests During Pregnancy: प्रेगनेंसी की खबर एक महिला के लिए बेहद खुशी का पल होता है। इस दौरान महिला को अपना खास ख्यान रखना पड़ता है। लेकिन, क्या आपको पता है कि महिला को शुरुआती 3 महीनों में कौन से टेस्ट करवाने चाहिए। चलिए हम आपको इस खबर के माध्यम से बताते हैं कि कौन से टेस्ट करवाने चाहिए, जो मां और बच्चे के लिए लाभकारी हो..;
Tests During Pregnancy : किसी भी महिला के लिए मां बनने की खबर उसकी जिंदगी का बेहद खूबसूरत पल होता है। साथ ही दोनों परिवारों में खुशी का माहोल होता है। लेकिन, महिला को शुरुआत के 3 महीनों में खास ख्याल रखने की आवश्यकता होती हैं। डॉक्टर शुरुआत के 3 महीनों में टेस्ट करवाने के लिए कहते हैं ताकि मां से होने वाली कोई भी बीमारी बच्चे को न हो और बच्चे की सेहत का पता चल जाएं।
प्रेगनेंट महिला को डॉक्टर ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट और अल्ट्रासाउंड तक के टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं। इस दौरान कराए गए सभी टेस्ट एक महिला के लिए अति आवश्यक होते हैं। इनको कराने से इसका पता चलता है कि मां और बच्चा कितना स्वस्थ हैं। आइये जानते हैं कि प्रेगनेंट महिला को शुरुआत के 3 महिनों में कौन से टेस्ट करवाने चाहिए।
1. प्रेग्नेंसी टेस्ट
प्रेगनेंसी का पता करने के लिए सबसे पहले महिला को प्रेगनेंसी टेस्ट करवाना चाहिए। इससे पता चलता है कि आप प्रेग्नेंट है या नहीं। यह टेस्ट यूरिन या ब्लड सैंपल पर आधारित होता है। यूरिन टेस्ट से HCG हार्मोन की मात्रा देखी जाती हैं। क्योंकि, प्रेग्नेंसी के दौरान इन हार्मोन में बढ़ोतरी हो जाती हैं। ब्लड टेस्ट में भी HCG हार्मोन की जांच की जाती हैं। इस टेस्ट को आप घर में रहकर भी कर सकते है यानी की प्रेगनेंसी किट से किया जा सकता है। प्रेग्नेंसी की सूचना मिलने के बाद ही डॉक्टर आगे सभी टेस्ट किए जाते हैं।
2. अल्ट्रासाउंड
जब किसी महिला को अपनी प्रेगनेंसी का पता चलता है, तो शुरुआत के 2 से 3 महीनों बाद अल्ट्रासाउंड किया जाता है। इसे करवाने से पेट में पल रहे बच्चे की स्थिति के बारे में पता चलता है। दूसरा अल्ट्रासाउंड आमतौर पर 12 से 14 हफ्ते पर किया जाता है। यह बच्चे के विकास की स्थिति की जांच करता है। तीसरा अल्ट्रासाउंड 18 से 22 हफ्ते होने पर किया जाता है। जिसमें सभी चीजों का पता चल जाता है।
3. ब्लड टेस्ट
प्रेगनेंसी के दौरान डॉक्टर कई तरह के ब्लड टेस्ट कराने की सलाह देते हैं। इनमें कंपलीट ब्लड काउंट, हीमोग्लोबिन, ब्लड ग्रुप, आरएच फैक्टर आदि शामिल हैं। इन सभी टेस्ट को कराने से एनीमिया जैसी कई बीमारी का पता चल जाता है। HIV, हेपेटाइटिस B के लिए भी ब्लड टेस्ट किया जाता है। ब्लड ग्रुप की जांच भी जरूरी होती है। ये टेस्ट मां और बच्चे दोनों के लिए करवाना अति आवश्यक है। क्योंकि ब्लड टेस्ट की समस्याओं का सही समय पर इलाज कराने से सेहत संबंधी समस्या हो सकती हैं।
4. यूरिन टेस्ट
कई बार डॉक्टर प्रेगनेंसी के दौरान महिला को यूरिन टेस्ट भी करवाने की सलाह देते हैं। इस टेस्ट को करवाने से यूरिन इन्फेक्शन, किडनी फंक्शन, प्रोटीन लेवल्स की जांच की जाती हैं। यह प्रेगनेंसी में यूरिन इंफेक्शन का पता लगाने के लिए किए जाते हैं। यूरिन टेस्ट से शुगर लेवल भी चेक किया जाता है, जो डायबिटीज मरीजों के लिए अति आवश्यक हैं।
5. टीटेनस का टीका
प्रेग्नेंसी के दौरान टीटेनस टीका लगवाना बहुत जरूरी होता है। टीका के मदद से महिला को टीटनेस होने का खतरा कम होता है। अगर इससे पहले टीटनेस का टीका नहीं लगा है, तो प्रेगनेंसी के दौरान जरूर लगवाएं। यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित होता है। टीका लगने से मां और बच्चे दोनों को टीटनेस होने से बचाता है।
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Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है। इन तरीकों और सुझावों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।