World Blood Donor Day 2019 : विश्व रक्तदान दाता दिवस की शुरुआत कब हुई और इसको मनाने की वजह

World Blood Donor Day 2019 : 14 जून (14 June) को विश्व रक्तदान दाता दिवस (World Blood Donor Day)है। पूरी दुनिया में इस दिन लोगों को रक्तदान करने के लिए जागरुक और प्रोत्साहित किया जाता है इसके साथ ही उससे जु़ड़ी भ्रांतियों को दूर करना होता है। विश्व रक्तदान दाता दिवस (World Blood Donor Day)मनाने का मुख्य उद्देश्य ब्लड डोनर (Blood Donor) को 'थैंक्यू (Thank You) बोलने का एक तरीका है। इसलिए हर साल 14 जून को सारी दुनिया में विश्व रक्तदान दाता दिवस मनाया जाता है। विश्व रक्तदान दाता दिवस (World Blood Donor Day) का वैश्विक कार्यक्रम अफ्रीका के देश रवांडा के किगाली में 14 जून 2019 (14 June 2019) को आयोजित किया जाएगा यानि कि वैश्विक कार्यक्रम की मेजबानी 'रंवाडा' (Rwanda) करेगा। विश्व रक्तदाता दिवस 2018-19 की थीम (World Blood Donor Day Theme 2019)"रक्तदान और सुरक्षित रक्त संचार की सार्वभौमिक पहुंच" ( Blood donation and universal access to safe blood transfusion ) है।;

Update: 2019-06-14 04:48 GMT

World Blood Donor Day 2019 : 14 जून (14 June) को विश्व रक्तदान दाता दिवस (World Blood Donor Day) है। पूरी दुनिया में इस दिन लोगों को रक्तदान करने के लिए जागरुक और प्रोत्साहित किया जाता है इसके साथ ही उससे जु़ड़ी भ्रांतियों को दूर करना होता है। विश्व रक्तदान दाता दिवस (World Blood Donor Day) मनाने का मुख्य उद्देश्य ब्लड डोनर (Blood Donor) को 'थैंक्यू (Thank You) बोलने का एक तरीका है। इसलिए हर साल 14 जून को सारी दुनिया में विश्व रक्तदान दाता दिवस मनाया जाता है। विश्व रक्तदान दाता दिवस (World Blood Donor Day) का वैश्विक कार्यक्रम अफ्रीका के देश रवांडा के किगाली में 14 जून 2019 (14 June 2019) को आयोजित किया जाएगा यानि कि वैश्विक कार्यक्रम की मेजबानी 'रंवाडा' (Rwanda) करेगा। विश्व रक्तदाता दिवस 2018-19 की थीम (World Blood Donor Day Theme 2019)"रक्तदान और सुरक्षित रक्त संचार की सार्वभौमिक पहुंच" ("Blood donation and universal access to safe blood transfusion) है।  




विश्व रक्तदान दाता दिवस की शुरुआत कब हुई (World Blood Donor Day Start Date)

विश्व रक्तदान दाता दिवस को मनाने की शुरुआत सबसे पहले साल 2004 में की गई। साल 1997 में विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) ने सौ फीसदी स्वैच्छिक रक्तदान की शुरूआत की थी। जिसमें 124 देशों ने स्वैच्छिकता से रक्तदान को बढ़ावा देने की अपील की।

14 जून 1868 में महान वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन का जन्म हुआ था। जिन्होंने मानव रक्‍त में उपस्थित एग्‍ल्‍युटिनि‍न की मौजूदगी के आधार पर रक्‍तकणों का ए, बी और ओ समूह में वर्गीकरण किया। जिसके बाद से ब्लड ग्रुप का पता लगाना आसान हुआ।

कार्ल लैंडस्टाईन को चिकित्‍सा विज्ञान में महत्‍वपूर्ण योगदान के लिए कार्ल लैंडस्‍टाईन को साल 1930 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। इसलिए हर साल 14 जून को रक्तदान को बढ़ावा देने के साथ रक्तदाताओं को धन्यवाद बोलने के लिए इस दिन को पूरी दुनिया में मनाया जाता है।




विश्व रक्तदान दाता दिवस थीम 2019 (World Blood Donor Day Theme 2019)

साल 2019 में विश्व रक्तदाता दिवस 2018-19 की थीम (World Blood Donor Day Theme 2019)"रक्तदान और सुरक्षित रक्त संचार की सार्वभौमिक पहुंच" ("Blood donation and universal access to safe blood transfusion)है।

इसके अलावा विश्व रक्त दाता दिवस 2019 की थीम (World Blood Donor Day Theme 2019) "रक्तदान और सुरक्षित रक्त संचार की सार्वभौमिक पहुंच" है। स्वास्थ्य देखभाल के वितरण में सुरक्षित रक्त की सार्वभौमिक आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान (campaign) का नारा (slogan) "सभी के लिए सुरक्षित रक्त" ("Safe blood for all") है। 




क्या होता है ब्लड ट्रांसफ्यूजन

एक व्यक्ति के रक्त या रक्त के घटकों को स्थानांतरित करना यानि किसी अन्य व्यक्ति में रक्त पहुंचाना ही ब्लड ट्रांसफ्यूजन कहलाता है। ब्लड ट्रांसफ्यूजन में रक्त कोशिकाओं या रक्त उत्पादों को रक्तस्राव के माध्यम से या अस्थि मज्जा के अवसाद के कारण बदलने के लिए एक आजीवन संचालन के रूप में कार्य करता है।

एक शोध के मुताबिक भारत में रक्त की आवश्यकता का केवल 75 प्रतिशत ही उपलब्ध हो पाता है। जबकि नेपाल में 100 में से 90 फीसदी, श्रीलंका में 60 फीसदी, थाईलैंड में 95 फीसदी, इंडोनेशिया में 77 फीसदी और म्यांमार में आवश्यकता के कुल 60 फीसदी रक्त की पूर्ति हो जाती है।  

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App 

Tags:    

Similar News