तय करना जरूरी है लाइफ के लिए बाउंड्रीज
अपनी लाइफ में हर शख्स सक्सेसफुल, हैप्पी, हेल्दी रहना चाहता है। लेकिन सबके साथ ऐसा नहीं होता है, जबकि ऐसा हो पाना नामुमकिन भी नहीं है। अगर आप अपनी लाइफ में कुछ खास बाउंड्रीज सेट कर लेंगी तो हमेशा हैप्पी और सैटिस्फाइड रहेंगी।;
आमतौर पर लोग यही सोचते हैं, लाइफ की कोई लिमिट या बाउंड्री नहीं होनी चाहिए। हमें जिंदगी अपने ढंग से जीनी चाहिए, बिना किसी रोक-टोक के आगे बढ़ते रहना चाहिए। लेकिन यह सोच ठीक नहीं है। जिंदगी में अलग-अलग पहलुओं के लिए बाउंड्रीज तय करना जरूरी है। इंग्लैंड की फेमस राइटर मेरिट्जा मनरेसा ने अपनी बुक 'लर्निंग टू से नो व्हेन यू यूजुअली से यस' में लिखा है, 'अपनी जिंदगी की कहानी के लेखक आप खुद हैं। यह आपको तय करना होगा, कब और किन चीजों के लिए हां कहना है, कब ना। इससे आप तनाव से बहुत हद तक मुक्त हो जाएंगे। लेकिन ऐसा तब होगा, जब आप कुछ बाउंड्री अपने लिए तय करेंगे।' तो आप भी लाइफ में बाउंड्रीज की इंपॉर्टेंस को समझिए। नए साल में इस बात को अपने जीवन में लागू कीजिए, इससे आप खुद में पॉजिटिव चेंज पाएंगी।
बेहतर जीवन के लिए जरूरी
बाउंड्रीज हमारी बेहतर लाइफ के लिए जरूरी होती हैं। इस बारे में सिडनी स्थित द रिजिलिएंस सेंटर में साइकोलॉजी, पर्सनल डेवलपमेंट और रिलेशनशिप की एक्सपर्ट ईदा सोगोमोनियन कहती हैं, 'पर्सनल बाउंड्री वे रूल्स या गाइडलाइन हैं, जो आप खुद, अपनी बेहतरी के लिए तय करते हैं। ये लिमिट आपके फैमिली बैकग्राउंड, पर्सनल व्यू, लाइफ एक्सपीरियंस और सोसायटी से सीखें सबक पर बेस्ड होती हैं। हेल्दी लाइफ, गुड रिलेशनशिप और सक्सेस के लिए हमारा बाउंड्री तय करना और उसका पालन करना बेहद जरूरी है। जो अपनी सीमाएं तय नहीं करता या करना नहीं जानता, उसे असफलता, अस्वस्थ जीवन और संबंधों में कड़वाहट जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।'
ऐसे तय करें लिमिट
हम बाउंड्रीज की अहमियत को समझ भी जाएं तो इन्हें अपने लिए तय कैसे किया जाए, इसकी जानकारी भी जरूरी है। इसमें ब्रिस्टल (इंग्लैंड) की मनोविज्ञानी जेन कोलिंगवुड की सलाह मददगार हो सकती है। वह अपनी बाउंड्री तय करने के तरीके बताती हैं -
- कागज पर उन बातों को लिखें, जो आपकी मानसिक और शारीरिक सेहत पर बुरा असर डाल रही हैं। इनमें ओवरवर्क, कुछ खास रिश्तेदार, दोस्त या खास खाना हो सकता है।
- किन चीजों के कारण आपका वक्त बर्बाद हो रहा है।
- कौन-सी चीजें आपको सफल होने से रोक रही हैं।
- पांच ऐसी चीजें, जो आप चाहती हैं कि अपने आपको ना करने दें।
- पांच ऐसी चीजें, जो आपको अपने आस-पास होती दिखती हैं तो आप असहज हो जाती हैं।
- पांच ऐसे लोग, जो आपको बात-बात पर टोकते या हतोत्साहित करते हैं।
जब आप इन बातों को समझ लेंगी तो आपके लिए अपनी बाउंड्रीज तय करना आसान हो जाएगा।
इन ब्राउंड्रीज को भी समझें
नीदरलैंड्स में एंटीलोनलीलेस संस्था की संस्थापक, काउंसलर, साइकोथैरेपिस्ट वासिया सारांटोपुलु ने भी जिंदगी के अलग-अलग पक्षों से जुड़ी बाउंड्री तय करने के बारे में बताया है। इन्हें भी जानना जरूरी है।
फैमिली-फ्रेंड्स : हम उन्हें कितना वक्त दे सकते हैं, जिससे हमारी प्रोडक्टिविटी पर बुरा असर न पड़े। अपनी फीलिंग्स को किस हद तक उनके साथ शेयर कर सकते हैं। किसी दोस्त या रिश्तेदार से किन मुद्दों पर बातचीत सहज रहेगी, बच्चों के बारे में, राजनीति, कारोबार, मौसम, निजी संबंध या प्राइवेट लाइफ। क्योंकि हर व्यक्ति सब तरह की बातें करने लायक नहीं होता। किसी का फोन रात को कितने बजे तक रिसीव करें या कितनी देर तक बात करें, यह सब आपको तय करना है।
वर्कप्लेस : हमें अपने जॉब या कारोबार को कितना वक्त देना है। वीकेंड पर बॉस, कुलीग्स, क्लाइंट के ई-मेल, व्हाट्सएप मैसेज का जवाब देने की क्या स्ट्रेटजी होगी, ऑफिस में घरेलू बातें या स्ट्रेस किसके साथ डिस्कस करेंगे या नहीं करेंगे। हफ्ते या महीने में कितने ब्रेक लेंगे, यह सब आपको तय कर लेना चाहिए।
सोशल मीडिया : फेसबुक, टि्वटर, व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आप कितना वक्त देंगे, किन वर्चुअल फ्रेंड्स के साथ बातचीत रखेंगे, उन्हें अपने बारे में कितना बताएंगे, उनसे फोन पर बात करेंगे या नहीं। रात को सोने के पहले या सुबह उठते ही फेसबुक पर या व्हाट्सएप पर एक्टिव नहीं होंगे, यह सब तय करना बेहद जरूरी है।
हेल्थ : अपनी शारीरिक जरूरत और पोषण की आवश्यकता के मद्देनजर कौन से खाद्य-पदार्थों का सेवन करना है या किनसे दूर रहना है। सुबह कितनी देर एक्सरसाइज करनी है। इमोशनल सपोर्ट के लिए किन दोस्तों, रिश्तेदारों की मदद लेंगे। अपना खान-पान डाइटिशियन से मिलकर तय करेंगे, ये सब बातें आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होंगी।
रिलेशनशिप में भी बाउंड्रीज
रिलेशनशिप में आपको अपनी हर बात सुनाने और समझाने का अधिकार होता है। अगर आपको अपने पार्टनर की कोई बात पसंद नहीं है तो असहमति का अधिकार भी होता है। इस बारे में साइकोथैरेपिस्ट, काउंसलर ट्रेसी हचिंसन कहती हैं, 'यह अधिकार आप तभी हासिल कर सकती हैं, जब आप हेल्दी बाउंड्री रिलेशन में सेट होना सीख जाएंगी।'