Budget 2023: हेल्थ सेक्टर को मिलेंगे पंख, वित्त मंत्री सीतारमण ने 2023 के बजट में किए ये बड़े ऐलान
Health Budget 2023: जानिए बीते सालों के मुकाबले इस साल के हेल्थ बजट में क्या खास बात है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई बड़ी घोषणाएं की हैं, पढ़िये हेल्थ सेक्टर के लिए क्या है खास...;
Union Health Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने आज मोदी 2.0 सरकार का 5वां आम बजट पेश किया। बजट सेशन में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हेल्थ केयर सेक्टर (Indian Health Care Sector) के विकास को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े ऐलान किए हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि 2014 से स्थापित मौजूदा 157 मेडिकल कॉलेजों के साथ सहस्थान (Sahasthan) में 157 नए नर्सिंग कॉलेज (new nursing colleges) स्थापित करने की पेशकश की है। इसके साथ ही वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि फार्मासूटिकल सेक्टर (pharmaceutical sector) में नई योजनाएं लाई जाएंगी। कोरोना काल के उतार-चढ़ाव के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) बहुत बेहतर स्थिति में है। दुनियाभर में भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता की तारीफ की जा रही है, इस दौरान हेल्थ सेक्टर से जुड़ी और भी कई बड़ी घोषणाएं की गईं।
जानिए 2023 का हेल्थ बजट क्यों है खास (why the health budget of 2023 is special)
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इन घोषणाओं के माध्यम से बताया है कि भारत (India) आने वाले सालों में मेडिकल फिल्ड में किस तरह के बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। उन्होंने बताया कि हेल्थ सेक्टर में नई मशीने लाई जाएंगी, जिससे भारत में किसी भी बड़ी बीमारी के फैलने के खतरे को कम किया जा सके। साथ ही, बजट में मेडिकल कॉलेजों में बेहतरीन लैब्स बनाने की पेश की गई है। साल 2023 के हेल्थ बजट में यह साफ किया गया है कि साल 2027 तक एनीमिया (anemia) जैसी गंभीर बीमारियों को देश की जड़ों से उखाड़ फेंका जाएगा। साल 2023 का बजट इसलिए भी बहुत खास है क्योंकि इसमें देश की बहुत सी मूल समस्याओं पर ध्यान दिया गया है। जैसे कि एक इंसान के लिए साफ पानी और पेट भर खाना बहुत जरूरी है, इसलिए बजट में देशवासियों तक साफ पानी और खाना पहुंचाने पर जोर दिया गया है।
मैनहोल को लेकर हुई बड़ी घोषणा (Big announcement regarding manhole)
2023 के बजट (Health Budget 2023) में सबसे ध्यान देने वाली बात यह है कि मोदी सरकार ने मेनहोल (Manhole) को लेकर बड़ा फैसला किया है। इसके मुताबिक अब सड़क के किनारे बनी सीवर लाइन्स आदि की सफाई मशीनों द्वारा करवाई जाएगी और इसमें इंसानों को उतरने की जरुरत नहीं होगी। बता दें कि अब तक इन सीवर लाइन्स की सफाई मैनुअली की जाती थी, जिसमें इंसानों को सिव्वर में उतारकर उसकी सफाई करनी पड़ती थी। इससे लोगों की जान को खतरा था, साथ ही उनकी सेहत पर भी बहुत ही खतरनाक असर पड़ता था। वहीं बात करें कोरोना वायरस महामारी की तो इससे बचाव के लिए अब तक टीकाकरण (Corona Vaccination) अभियान में देश के 220 करोड़ लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
2022 बजट में हेल्थ सेक्टर को क्या मिला था? (What did the health sector get in the 2022 budget)
अब अगर बात करें बीते सालों के बजटों की तो हेल्थ सेक्टर पर मोदी सरकार (Modi Government) का विशेष ध्यान रहा है। केंद्रीय बजट 2022 (Union Health Budget) में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को लगभग 86,200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, जो 2021 की तुलना में 16.5% ज्यादा था। बजट 2023 से भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली (overall healthcare system) में सुधार के लिए सरकार की योजनाओं का रोडमैप दिया गया है। बता दें कि 2023 का यह बजट मोदी सरकार के लिए इसलिए भी बहुत जरूरी है क्योंकि साल 2024 में आम चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में इस बजट में सरकार जनता को खुश करने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है।