इस वजह से कोविड के बाद झड़ रहे आपके बाल, 5 मिनट में जानें Hair Loss से जुड़ी हर बात
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. रोहित बत्रा बताते हैं कि जब भी हमारे शरीर में कोई स्ट्रेस (Stress) होता है तो बालों में अच्छी ब्लड सप्लाई (Blood Supply) और ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। कोविड से रिकवर हुए लोगों में भी कार्टिसोल (Cortisol) जैसे स्ट्रेस हार्मोंस (Stress hormone) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे शरीर सरवाइवल मोड में चला जाता है और उसके कई हिस्सों में ब्लड सप्लाई कम हो जाती है।;
Heath Care Tips : हमारे बाल (Hair) पर्सनालिटी को निखारने में अहम भूमिका निभाते हैं। यही वजह है कि अगर वो असमय झड़ने या गिरने लगते हैं तो हम परेशान हो जाते हैं। डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. रोहित बत्रा बताते हैं कि जब भी हमारे शरीर में कोई स्ट्रेस (Stress) होता है तो बालों में अच्छी ब्लड सप्लाई (Blood Supply) और ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। कोविड से रिकवर हुए लोगों में भी कार्टिसोल (Cortisol) जैसे स्ट्रेस हार्मोंस (Stress hormone) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे शरीर सरवाइवल मोड में चला जाता है और उसके कई हिस्सों में ब्लड सप्लाई कम हो जाती है। ऐसी स्थिति में बालों को पूरा ऑक्सीजन नहीं मिल पाता और बालों की ग्रोथ फेज वाले बाल शैडिंग फेज में जा सकते हैं।
बाल झड़ने के अन्य कारण
बाल झड़ने के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। जब भी आप किसी गंभीर बीमारी या टाइफायड, डेंगू, मलेरिया जैसे तेज बुखार वाले रोग का सामना करते हैं। क्रैश डाइटिंग करते हैं या बेरियाट्रिक सर्जरी कराते हैं तो हेयर फालिंग होने लगती है। इमोशनल कंडीशन, पढ़ाई या काम की वजह से स्ट्रेस होने पर भी बाल झड़ने लगते हैं। शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी स्ट्रेस होता है तो उससे भी बाल मर जाते हैं या शैडिंग फेज़ में चले जाते हैं।
कोविड पेशेंट हैं ज्यादा रिस्की
हालांकि कोविड से रिकवर हुए मरीजों में किसी को भी बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। लेकिन सीवियर स्टेज से गुजरे या दूसरी गंभीर बीमारियों से ग्रसित कोविड मरीज, टीलोजन एफलुवियम स्थिति से ज्यादा ग्रस्त होते हैं। हालांकि ऐसे मरीज 2-3 प्रतिशत ही होंगे, जिनके 90 प्रतिशत तक बाल झड़ गए। लेकिन सही उपचार से कुछ समय बाद बाल दुबारा उग आते हैं।
डायग्नोसिस
इसके उपचार से पहले मरीज के बालों की स्थिति और शरीर में पोषक तत्वों की कमी को जानने के लिए डॉक्टर कई तरह के टेस्ट कराते हैं। जैसे-आयरन, थाइरॉयड, विटामिन बी12, विटामिन डी3। इसके साथ अगर मरीज को कोई दूसरी बीमारी है तो यह भी चेक करते हैं कि उसकी दवाइयों के साथ बाल झड़ना रोकने की दवाई दी जा सकती है या नहीं। इसके साथ ही पुरुष मरीजों में एंडोजेनिक ऐलोपेसिया या मेल पैटर्न बाल्डनेस टेंडेसी को भी चेक किया जाता है कि वह वंशानुगत गंजेपन का शिकार तो नहीं है।
इन पर करें अमल
हेयर लॉस से बचने के लिए मरीज को यथासंभव पैनिक होने से बचना चाहिए। हेल्दी लाइफस्टाइल और हेल्दी डाइट को फॉलो करना चाहिए। कुछ समय सन लाइट जरूर लें।
-पॉजिटिव रहें, मेडिटेशन करें, एक्सरसाइज करे, ये सब ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में मदद करते हैं।
-पॉजिटिव रवैया अपनाना चाहिए। विश्वास रखना चाहिए कि जो भी बाल गिर रहे हैं, वो वापस आ जाएंगे।
-पैनिक होकर बालों पर घरेलू उपचार के तहत विभिन्न चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
-वैज्ञानिकों का मानना है कि शैडिंग फेज़ में पहुंचे बालों को बचा पाना कठिन होता है। लेकिन यह तय है कि कुछ समय बाद आपके बाल दुबारा उग जाते हैं, क्योंकि आपके बालों की जड़ें हमेशा के लिए खत्म नहीं हो जाती हैं। कुछ समय बाद नए बाल आने लगते हैं।
डाइट का रखें ध्यान
-पालक जैसी आयरन से भरपूर हरी पत्तेदार सब्जियां खाना भी फायदेमंद है। इनमें काफी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट्स मिलते हैं, जो बालों के लिए फायदेमंद होते हैं।
-दिन में एक मुट्ठी पंपकिन, चिया, फ्लैक्स के सीड्स, ड्राय फ्रूट्स, बेरीज जरूर लें। प्रोटीन और ओमेगा 3 से भरपूर ये चीजें बालों के लिए फायदेमंद हैं।
-अंडे, टोफू, पनीर, स्प्राउट्स प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं।
- विटामिन सी से भरपूर कच्चा आंवला, आम, अमरूद जैसे मौसमी फल बालों के लिए फायदेमंद होते हैं। इन्हें डाइट में जरूर शामिल करें।
-हाइड्रेशन लेवल अच्छा रखें। लिक्विड डाइट खूब लें।